लुधियाना : केंद्र सरकार द्वारा कोविड-19 के हालात के मध्यनजर आर्थिक मंदी के बावजूद आए दिन लगातार तेल की कीमतो में इजाफे को लेकर लोगों का दम घुट रहा है, इसी को लेकर केंद्र की मोदी सरकार के विरूद्ध आज पंजाब भर में अलग-अलग स्थानों से रोष प्रदर्शन की खबरें मिली है। अलग-अलग इलाकों में बसे कांगे्रसियों ने कही जिलाधीशों के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति के नाम से गुहार लगाई तो कही नंगे बदन रोष प्रदर्शन करते हुए अपने गुस्से का इजहार किया।
लुधियाना में 23 दिनों से पैट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों के खिलाफ मोदी सरकार के विरूद्ध जबरदस्त प्रदर्शन किया। इसी बीच एक एनएयूआई कार्यकर्ता ने गुस्से में आकर अपनी चलती बाइक को आग के हवाले कर दिया। यह प्रदर्शन विश्वकर्मा चौक में हुआ था। देश के नौजवान बेरोजगारी की समस्या से जूझ रहे हैं, ऊपर से केंद्र ने तेल के दाम बढ़ाकर मुश्किलें पैदा कर दी हैं। जबकि एक प्रदर्शन के दौरान ऊंट और गधे भी हिस्सा बने क्योंकि तेल की कीमतें बढऩे के चलते लोग अपने कीमती वाहनों का इस्तेमाल नही कर पा रहे। इसी दौरान वे उक्त वफादार जानवरों का माल ढुलाई के लिए उपयोग किया करेंगे।
प्रदर्शनकारियों का कहना था कि कोरोना महामारी के चलते लोग बेहद परेशान है। जबकि बढ़ती कीमतों के विरूद्ध आम लोगों के साथ-साथ किसान भी ठगा हुआ महसूस कर रहे है। किसानों को फसलों की बिजाई के लिए ट्रेक्टर और मशीने चलाने हेतु पेट्रोल व डीजल की जरूरत पड़ती है। आर्थिक मंदी के इस वक्त में महंगाई बढऩे से आम लोगों की जेब में कटौती होगी। इसी दौरान कांग्रेसियों ने अलग-अलग जिले लुधियाना, अमृतसर, तरनतारन, पटियाला, संगरूर और बरनाला समेत सीमावर्ती इलाकों में भी सोमवार को केंद्र सरकार के खिलाफ सडक़ पर उतरकर संघर्ष किया। इस दौरान जोरदार प्रदर्शन कर भाजपा सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। इस दौरान सभी ने अपने माथे व बाजू पर काली पट्टी भी बांध रखी थी।
कांग्रेसी नेताओं ने कहा कि देश में पहली बार डीजल के दाम पेट्रोल से ज्यादा हो गए लेकिन विपक्ष में रहने के दौरान महंगाई पर हंगामा करने वाली भाजपा अब चुप बैठे हैं। उनके पास पेट्रोल-डीजल की मौजूदा कीमतों पर कोई वाजिब जवाब नहीं है। कांग्रेस राज में ऑयल की आसमान छूती कीमतें थी लेकिन आज मोदी सरकार विदेश से सस्ता तेल खरीद कर जनता पर टैक्स लगा कर उनका खून निचोड़ रही है। एक तरफ कोरोना काल में हुए लॉकडाउन के कारण काम-धंधे चौपट हो गए हैं। वहीं परेशान लोगों को मोदी सरकार ने राहत देने के बजाय महंगाई के इस घोर संकट में धकेल दिया है। उन्होंने केंद्र की भाजपा सरकार से मांग की कि महंगाई पर तुरंत नियंत्रण कर देश की जनता को राहत पहुंचाई जाए तथा पेट्रोल-डीजल की दरों में की गई वृद्धि को तुरंत वापस लिया जाए।
– सुनीलराय कामरेड