शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के वयोवृद्ध नेता प्रकाश सिंह बादल 13वीं बार चुनाव मैदान में हैं और पंजाब विधानसभा के लिए होने वाले चुनाव में लांबी सीट से किस्मत आजमाएंगे। बादल की उम्र 94 साल है। पार्टी नेता और उनके करीबी सहयोगी तेजिंदर सिंह मुद्दुखेड़ा ने कहा, ‘‘पहले भी पार्टी का स्थानीय नेतृत्व लांबी में चुनाव प्रचार का कार्य देखता था और (प्रकाश सिंह)बादल साहब पूरे राज्य में चुनाव प्रचार करने में व्यस्त रहते थे।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम बादल साहब के नियमित संपर्क में हैं।’’ उल्लेखनीय है कि 20 फरवरी को पंजाब विधानसभा के लिए मतदान होगा और मुक्तसर जिले की लांबी सीट से बादल किस्मत आजमा रहे हैं। शिअद नेता और बादल की बहू हरसिमरत कौर बादल ने उनके लिए निर्वाचन क्षेत्र में प्रचार किया है। इसी प्रकार इंडियन नेशनल लोकदल (इनोलो) के अध्यक्ष ओम प्रकाश चौटाला भी प्रकाश सिंह बादल को दोबारा जिताने की अपील कर रहे हैं। लंबे समय से मित्र रहे 87 वर्षीय नेता चौटाला ने कहा कि उनकी और प्रकाश सिंह बादल की राजनीति हमेशा से जनता के कल्याण के ईर्द गिर्द रही। शिअद के मुताबिक पार्टी नेताओं के आग्रह पर बादल ने बढ़ती उम्र और हाल में कोविड-19 से संक्रमित होने के बावजूद चुनावी मैदान में उतरने का फैसला किया। उनके बेटे सुखबीर सिंह बादल इस समय पार्टी के अध्यक्ष हैं।
प्रकाश सिंह बादल को पिछले महीने ही लुधियाना स्थित अस्पताल से छुट्टी मिली थी जहां पर वह कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद भर्ती थे। इसके साथ ही उन्होंने सबसे उम्रदराज उम्मीदवार होने के केरल के पूर्व मुख्यमंत्री वीएस अच्युतानंद के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। माकपा नेता अच्युतानंद ने वर्ष 2016 के विधानसभा चुनाव में 92 साल की उम्र में चुनाव लड़ा था। प्रकाश सिंह बादल 11 बार विधायक निर्वाचित हो चुके हैं और वह 13वीं बार चुनाव लड़ रहे हैं। वह सबसे पहले वर्ष 1957 में मलौट सीट से चुनाव लड़े थे।