लुधियाना-फिरोजपुर : पंजाब के सीमावर्ती जिले फिरोजपुर के पुलिस स्टेशन कुलगढ़ी के अंतर्गत गांव लोहगढ़ ठाकरां का रहने वाला 32 वर्षीय भारतीय सैनिक जवान जम्मू-कश्मीर के नौशहरा सेक्टर में सुबह 1.20 बजे पाकिस्तान के आतंकवादियों द्वारा की गई आत्मघाती गोलीबारी में 2 साथियों समेत शहीद हो गया। शहीद के पिता अमरजीत सिंह ने रोते हुए बताया कि उसका बेटा जगसीर सिंह 22 दिसंबर को छुटिटयां काटकर हंसता खेलता वापिस अपनी डयूटी करने जम्मू-कश्मीर की सरहदों पर गया था। हालांकि उसके बेटे ने 2 जनवरी को पुन: छुटटी लेकर वापिस गांव आना था किंतु वापिस आने से पहले उसके शहादत की खबर आ गई।
जगसीर की शहादत की खबर सुनते ही आसपास के दर्जनों गांवों के लोगों की आंखें भर आई। 2 बच्चियों और एक बेटे के बाप जगसीर सिंह की शहादत पर दुख प्रकट करते हुए परिवारिक सदस्यों ने कहा कि उन्हें मान है कि उनका बेटा देश की सेवा में जान कुर्बान कर गया। फिरोजपुर के कस्बां जीरा के नजदीक गांव लोहगढ़ वासी जगसीर की पत्नी महिंद्रपाल कौर ने रोते हुए बताया कि कल ही रात को उसकी अपने पति के साथ बातचीत हुई थी।
तो उन्होंने बताया था कि उसकी छुटटी मंजूर हो गई है और सोमवार तक वह गांव पहुंच जाएंगा। उसने बताया कि कुछ दिन पहले ही उसके पति छुटटी काटकर गए थे और बच्चों से वायदा किया था कि वह पुन: जल्दी ही डयूटी से फारिक होकर अपने परिवार के साथ दिन बिताएंगा पंरतु परमात्मा को कुछ और ही मंजूर था। अपने बेटे की शहादत पर गर्व करते हुए जवान के पिता अमरजीत सिंह और माता गुरमीत कौर ने कहा कि वर्ष 2004 में भर्ती होने वाले जगसीर को बचपन से ही देश की सेवा के लिए सेना में जाने का शौक था और वह अपनी सर्विस तकरीबन पूरी कर चुका था पर देशभक्ति के रंग ने उसको सेवानिवृत्त ना लेने के लिए प्रेरित किया।
पारिवारिक सदस्यों के मुताबिक जगसीर ने वायदा भी किया था कि अब वह अपने बच्चों की खातिर डयूटी से सेवानिवृत्त होकर परिवार के साथ समय व्यतीत करेंगा लेकिन इसी बीच उसकी शहादत की खबर आ गई।
देश की हर छोटी-बड़ी खबर जानने के लिए पढ़े पंजाब केसरी अख़बार
– सुनीलराय कामरेड