लुधियाना : शिक्षा और उच्च शिक्षा मंत्री श्रीमती अरूणा चौधरी ने आज लुधियाना में कहा कि शिक्षा विभाग द्वारा अध्यापकों की उचित मांगों को तुरंत पूरा करने और विभाग द्वारा संबंधित सभी मुश्किलों को आसान करने का यत्न जारी है। उन्होंने कहा कि विभाग ने फैसला किया है कि अध्यापकों को किसी भी प्रकार की छुटटी लेने के लिए अलग-अलग स्तर पर अब धक्के नहीं खाने पड़ेंगे। इसके लिए बाकायदा ऑन लाइन पोर्टल तैयार किया जाएंगा, जिसमें छुटटी आवेदन करते ही ऑन लाइन मंजूरी मिलेंगी, वही उन्होंने लाजिम कर दिया गया है कि विभागी तरक्की कमेटी (डीपीसी) की हर 6 महीने पश्चात बैठक हुआ करें ताकि किसी भी अध्यापक की तरक्की ना रूकें।
मास्टर केडर यूनियन की तरफ से रखे गए जिला स्तरीय सम्मान समारोह के मौके पर अध्यापकों को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री अरुणा चौधरी ने कहा कि राज्य के अध्यापक वर्ग पर जहां बच्चों की पढ़ाई की जिम्मेदारी है वहीं उन्हें अपनी जरुरत के मुताबिक छुट्टी लेने के लिए बी बड़े स्तर पर मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। मुसीबत को कम करने के लिए विभाग ने ऑन लाइन पोर्टल बनाने का फैसला किया है ताकि अध्यापक अपने घर बैठे ही छुट्टी के लिए अप्लाई कर सके और उसे प्रवाणगी के लिए अलग अलग स्तर पर न जाना पड़े। छुट्टी चाहे किसी भी किस्म की हो, उसकी ऑन लाइन ही प्रवाणगी मिल जाया करेगी।
उन्होने कहा कि पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह की सरकार बनने के बाद विभाग ने अध्यापकों की तरक्की का रास्ता खोल दिया है। पिछले समय दौरान जहां लंबे समय से रुकी तरक्की की गई है वहीं साथ ही यह लाजमी कर यिा गया है कि विभागीय तरक्की कमेटी की हर छह महीने बाद मीटिंग हुआ करेगी ताकि किसी भी अध्यापक की तरक्की न रुके। उन्होने कहा कि अध्यापकों की मांगे पूरी करते हुए नियम लागू कर दियागया है।
शिक्षा मंत्री ने अध्यापकों को देश के निर्माता और विद्यार्थियों को देश का भविष्य करार देते कहा कि पंजाब सरकार इस कार्य का पूर्ण तौर पर सम्मान करती है। उन्होने अध्यापक वर्ग को निमंत्रण दिया कि वह अच्छे नतीजे देने के साथ साथ विद्यार्थी की शखसियत निर्माण का कार्य अच्छे दिल से करे। इसके एवज में पंजाब सरकार उन्हें बनता मान और सतकार देने में कोई ढील नहीं दिखाएगी। उन्होंने अध्यापकों को भरौसा दिया कि शिक्षा विभाग में सारा काम पादर्शिता के साथ चल रहा है। विभाग को काफी अच्छा अध्यापकों की टीम चला रही है। विभाग को ओर बेहतर करने के लिए उन्होंने अध्यापकों से सुझाव भी मांगे।
– रीना अरोड़ा