पंजाब में पीसीएस अधिकारीयों के हड़ताल पर मुख्यमंत्री भगवंत मान सिंह ने अधिकारियों को बड़ी चेतावनी दी है। मुख्यमंत्री ने सभी अधिकारीयों को बुधवार अपराह्न दो बजे तक ड्यूटी पर पहुंचने का आदेश दिया है। जानकारी के अनुसार, मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा, ‘‘मेरे संज्ञान में आया है कि कुछ अधिकारी हड़ताल की आड़ में ड्यूटी पर नहीं आ रहे हैं। वे भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ सरकार द्वारा की गई कड़ी कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं। सभी को यह स्पष्ट कर देना चाहिए कि इस सरकार की भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति है।
ਭ੍ਵਿਸ਼ਟਾਚਾਰ ਦੇ ਮਾਮਲੇ ਚ ਕੋਈ ਵੀ ਬਖਸ਼ਿਆ ਨਹੀਂ ਜਾਵੇਗਾ ਭਾਵੇ ਮੰਤਰੀ ਹੋਵੇ ,ਸੰਤਰੀ ਹੋਵੇ ਜਾਂ ਮੇਰਾ ਕੋਈ ਸਕਾ-ਸੰਬੰਧੀ…ਜਨਤਾ ਦੇ ਇੱਕ-ਇੱਕ ਪੈਸੇ ਦਾ ਹਿਸਾਬ ਲਿਆ ਜਾਵੇਗਾ.. pic.twitter.com/bzc3aYGO9N
— Bhagwant Mann (@BhagwantMann) January 11, 2023
हड़ताल को अवैध घोषित का आदेश
मुख्यमंत्री ने आगे कहा, इस तरह की हड़ताल ब्लैकमेलिंग और हाथ मरोड़ने के समान है। इसे कोई भी जिम्मेदार सरकार बर्दाश्त नहीं कर सकती। अत: आपको निर्देशित किया जाता है, हड़ताल को अवैध घोषित करें, आज यानि 11.01.2023 अपराह्न 2.00 बजे तक ज्वाइन नहीं करने वाले ऐसे सभी अधिकारियों को निलंबित करें। जो लोग अपराह्न 2.00 बजे तक ज्वाइन नहीं करते हैं, उन्हें अनुपस्थिति की अवधि में ड्यूटी से गैरहाजिर माना जाना चाहिए।’’
भ्रष्टाचार के मामले में बख्शा नहीं जाएगा
मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘भ्रष्टाचार के मामले में किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। चाहे मंत्री, संतरी हो या मेरा कोई सगा संबंधी। जनता के एक-एक पैसे का हिसाब लिया जाएगा।’ उल्लेखनीय है कि पंजाब सतर्कता विभाग द्वारा विगत दिनों भ्रष्टाचार के एक मामले लुधियाना के आर टी ए नरिंदर सिंह धालीवाल को गिरफ्तार किए जाने के विरोध में राज्य भर के पीसीएस अधिकारी साम,मूहिक अवकाश पर चले गए हैं, जिसके कारण सरकारी विभागों का कामकाज ठप हो गया है। पंजाब रेवेन्यु ऑफिसर एसोसिएशन ने मंगलवार को कहा था कि उनकी मांगे नहीं माने जाने तक कोई भी पीसीएस अधिकारी कार्य नहीं करेगा।