पंजाब पुलिस ने सोमवार को दावा किया कि पाकिस्तान स्थित एक आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ कर उसने नवांशहर में अपराध जांच एजेंसी (सीआईए) के कार्यालय पर हथगोला हमले के मामले को सुलझा लिया है। पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) वी. के. भावरा ने बताया कि हरविंदर सिंह उर्फ रिंडा द्वारा चलाए जा रहे मॉड्यूल का भंडाफोड़ उसके तीन लोगों की गिरफ्तारी के साथ हुआ।
नवांशहर के सीआईए कार्यालय पर फेंका था हथगोला
पिछले साल सात नवंबर की रात को अज्ञात लोगों ने पुलिस अधिकारियों की हत्या की मंशा से नवांशहर के सीआईए कार्यालय पर हथगोला फेंका था। कार्यालय में उस समय मौजूद अधिकारी हमले में बाल-बाल बच गए थे। पुलिस द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, गिरफ्तार लोगों की पहचान नवांशहर के बैंस गांव निवासी मनीष कुमार उर्फ मणि उर्फ बाबा, जालंधर के गोराया के अट्टा गांव के रमनदीप सिंह उर्फ जखू और शहीद भगत सिंह (एसबीएस) नगर के सहलों गांव के प्रदीप सिंह उर्फ भट्टी के रूप में हुई है। बयान के अनुसार पुलिस ने आरोपियों के पास से एक हथगोला भी जब्त किया है।
पूछताछ में कबूली हथगोला फेंकने की बात
भावरा ने कहा कि गहन जांच के बाद, पंजाब पुलिस ने हमले में कथित संलिप्तता को लेकर तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। उन्होंने कहा, पूछताछ के दौरान, रमनदीप ने कबूल किया कि उसने हरविंदर सिंह उर्फ रिंडा के निर्देश पर मनीष के साथ नवांशहर सीआईए कार्यालय पर हथगोला फेंका था। बयान के मुताबिक रिंडा पंजाब, चंडीगढ़, महाराष्ट्र और हरियाणा में कई आपराधिक मामलों में शामिल रहा है और पंजाब पुलिस को हत्या, सुपारी लेकर हत्या, डकैती, जबरन वसूली और छीनाझपटी समेत जघन्य अपराधों के सिलसिले में उसकी तलाश रही है।