लुधियाना : बेरोजगार अध्यापक यूनियन द्वारा पंजाब में नौकरियों के लिए कैप्टन अमरेंद्र सिंह की मोती महल वाली रिहायश के पास रोष मार्च करते पुलिस द्वारा फांदते ही आज जमकर लाठी चार्ज किया गया, जिसमें कई अध्यापक और अध्यापिकाएं घायल हुई है। स्मरण रहे कि इस अध्यापक यूनियन से सरकार द्वारा अलग-अलग अवसरों पर बैठकें करने के पश्चात कोई उचित जवाब नहीं दिया गया। सूत्रों के मुताबिक इस लाठीचार्ज के बाद कुछ टी.ई.टी पास बेरोजगारों द्वारा भावुक होकर सरकार के विरोध में गांव पसियाना के नजदीक लगती भाखड़ा नहर में कूदने की खबर मिली है, जिसमें एक युवक को प्रशासन द्वारा नहर से बाहर निकाला गया। जानकारी के मुताबिक यह युवक मानसा का बताया जा रहा है। इस मोके पर मौजूद बेरोजगारों का कहना है कि मुख्यमंत्री के मोती महल के नजदीक बैठे बेरोजगारों पर तीसरी बार लाठीचार्ज किया गया है और उनके कुछ साथियों को पुलिस गिरफतार करके अज्ञात स्थान की ओर ले गई है।
पटियाला में रविवार को पुलिस ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का सरकारी आवास मोती महल घेरने जा रहे टीईटी पास बेरोजगारों पर लाठीचार्ज की घटना उस वक्त घटित हुई जब दोपहर में प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने नेहरू पार्क में घेर लिया था और ये लोग तार फांदकर मोती महल की तरफ बढ़ रहे थे। इसी दौरान दोनों पक्षों में धक्का-मुक्की की नौबत आ गई और पुलिस ने जमकर लाठीयां भांजी।
पिछली 4 सितंबर से संगरूर के सुनाम गेट के पास टंकी के नीचे बेरोजगार रोजगार की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं। इनकी मांग है कि प्राथमिक स्कूलों में जितनी भी पोस्ट खाली पड़ी हैं, उन सभी को भरा जाए, जिससे प्राथमिक स्कूलों का भविष्य बच सगे। जो ईटीटी टेट के पास अध्यापकों और एक और पेपर लागू किया गया है, उसे तुरंत रद्द किया जाए और भर्ती पहले की तरह टीईट की मेरिट पर की जाए और उम्र की सीमा 37 से 42 साल की जाए। इसी के चलते बेरोजगारों ने 8 मार्च को मोती महल घेरने का ऐलान किया था। पहले से किए गए ऐलान के मुताबिक रविवार दोपहर जब बेरोजगार नेहरू पार्क में इकट्ठा हुए तो पुलिस ने घेराबंदी कर ली थी।
इस बारे में सूबा प्रधान दीपक कंबोज ने कहा कि पंजाब में में 12000 पद खाली हैं और 14136 टीईट पास अध्यापक हैं। एक तरफ सरकार जल्दी 58 साल में रिटायरमेंट करके पोस्टें खाली कर रही है और दूसरी तरफ जब रोजगार की मांग को लेकर संगरूर बैठे बेरोजगार ईटीटी टेट के पास अध्यापकों को रोजगार देने की जगह उनके साथ पोस्टों का मजाक कर रही है। अपना हक मांगने की कोशिश कर रहे हैं तो उन पर लाठियां बरसाई जाती हैं।
-सुनीलराय कामरेड