पंजाब पुलिस ने राज्य के तरन तारन जिले में चार नकाबपोश लोगों द्वारा एक गिरजाघर में तोड़-फोड़ किए जाने के मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का शुक्रवार को गठन किया।यहां जारी एक आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार, एसआईटी की अगुवाई फिरोजपुर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) करेंगे तथा इसमें तरन तारन के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक और पुलिस अधीक्षक (जांच) भी शामिल हैं।अन्वेषण ब्यूरो के निदेशक बी चंद्रशेखर ने कहा कि एसआईटी मामले की प्रभावी और त्वरित जांच सुनिश्चित करेगी।पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने बताया कि एसआईटी इस मामले की दैनिक आधार पर जांच करेगी और सक्षम अदालत में जल्द से जल्द अंतिम रिपोर्ट पेश करेगी।उन्होंने बताया कि एसआईटी मामले की जांच में सहयोग के लिए किसी अन्य अधिकारी को भी शामिल कर सकती है।
कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध - DGP
डीजीपी ने कहा कि पंजाब पुलिस कानून-व्यवस्था बनाए रखने के साथ-साथ राज्य में शांतिपूर्ण माहौल और सांप्रदायिक सद्भाव बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।उन्होंने कहा कि पुलिस दल मामले के सभी पहलुओं की जांच कर रहे हैं और अपराधियों के खिलाफ सख्त दंडात्मक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।तरन तारन जिले में भारत-पाकिस्तान सीमा के पास एक गांव में चार नकाबपोश व्यक्तियों ने एक गिरजाघर में घुसकर तोड़फोड़ की थी और पादरी की कार को आग लगा दी थी।यह घटना पत्ती कस्बे के टक्करपुरा गांव में मंगलवार रात हुई। चार नकाबपोश व्यक्ति गिरजाघर में दाखिल हुए, उन्होंने चौकीदार के सिर पर पिस्तौल तानी और उसके हाथ बांधकर तोड़फोड़ की। उन्होंने दो मूर्तियों को तोड़ा, पादरी की कार को आग लगा दी और फिर फरार हो गए। गिरजाघर के अंदर लगे सीसीटीवी कैमरों में घटना रिकार्ड हो गई।