लुधियाना-गुरदासपुर : भारत-पाकिस्तान सीमावर्ती जिले गुरदासपुर स्थित गांव काहनूवान स्थित गुरूद्वारा छोटा घल्लुघारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान और श्री अकाल तख्त साहिब से धार्मिक तनखाइयां करार दिए गए मास्टर जौहर सिंह को इलाके की संगत ने देर रात खूब मार-पिटाई की। प्रबंधों को लेकर गुरूद्वारा प्रबंधकों और इलाके की संगत में भारी तनाव पाया जा रहा था। यह विवाद बीती देर शाम उस वक्त गंभीर रूप धारण कर गया, जब गुरूद्वारा साहिब के परिसर में स्थित दूसरे मंजिल पर सो रहे गुरूद्वारा साहिब के पूर्व प्रधान मास्टर जौहर सिंह को डेढ़ दर्जन से अधिक महिलाओं और दर्जन भर पुरूषों ने घसीटकर सीढिय़ों द्वारा ऊपरी मंजिल से नीचे लाया।
इस घटना के बारे में समस्त वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर जारी कर दी गई, कि गुरूद्वारा साहिब के पूर्व प्रधान के विरूद्ध रोष में आई संगत ने खूब मारपिटाई की और उनके कपड़े भी फाड़ दिए गए। इसी हाथापाई के दौरान जहां मास्टर जौहर सिंह को महिलाओं ने हाथों और घूसों से खूब पीटा वही इस हाथापाईे में मास्टर जौहर की दस्तार भी जमीं पर गिर गई। घटना की सूचना मिलने के पश्चात पुलिस स्टेशन बैनी मियां खान के पुलिस अधिकारी इंस्पेक्टर दिलबार सिंह व अन्य अधिकारी मौके पर बहुत देर से पहुंचे। हमलावर लोग पुलिस के आने से पहले ही घटना स्थल से फरार हो गए।
यह भी खबर है कि हमलावरों में दो लोगों के गंभीर जख्मी होने की भी सूचना मिल रही है। फिलहाल पुलिस के उच्च अधिकारियों ने इस घटना का जायजा लिया है। जानकारी के मुताबिक इस मारपिटाई के दौरान जहां गुरूद्वारा प्रधान समेत संगत में एक महिला समेत 2 अन्य लोगों के भी घायल होने की खबर है, इनमें से गुरबचन सिंह पुत्र लाल सिंह के सिर पर भी गंभीर चोंटे लगी है जो निजी अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती है। इसी प्रकार मंजीत सिंह पुत्र बलविंद्र सिंह गांव बागडिय़ा और सरबजीत कौर पत्नी जसवंत सिंह निवासी रंधावा कालोनी सिविल अस्पताल में इलाज करवा रहे है। पुलिस ने मास्टर जौहर के बयान को आधार बनाते हुए 2 दर्जन से ज्यादा पुरूषों और महिलाओं के विरूद्ध अलग-अलग धाराओं 295ए, 452, 506, 323 और 149 के तहत मामला दर्ज किया है।
जबकि सूचना यह भी है कि पुलिस की एक बड़ी गश्त पार्टी अलग-अलग स्थानों पर जाकर छापेमारी कर रही है और कुछ महिलाओं को हिरासत में भी लिया है। इस घटना की बनी वीडियो कुछ ही पलों में सोशल मीडिया पर वायरल हो गई। जानकारी के अनुसार मास्टर जौहर सिंह सरबत खालसा के सिंह साहिबान द्वारा सुनाई गई धार्मिक सजा पूरी करने पश्चात यहां पहुंचे थे। गौरतलब है कि गुरूद्वारा घल्लुघारा साहिब कमेटी के एक सदस्य को पिछले दिनों एक महिला के साथ आपतिजनक हालात में दबोचे जाने के बाद यहां विवाद चल रहा है। पिछले ही महीने श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह को यहां गुरूद्वारा साहिब मे घुसने नहीं दिया गया था।
इसके बाद श्री अकाल तख्त साहिब ने मास्टर जौहर को सिख पंथ से निकाल दिया था। वही सरबत खालसा के जत्थेदारों ने भी धार्मिक तन्खाह लगाते हुए श्री अमृतसर साहिब स्थित स्वर्ण मंदिर में धार्मिक सेवा करने की सजा सुनाई थी किंतु शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेट के बुरछा धारी टास्क फोर्स के सदस्यों ने मास्टर जौहर सिंह को हरिमंदिर साहिब में सेवा नही करने दी, लिहाजा जौहर सिंह ने गुरूद्वारा परिसर के बाहर पैलेस परिसर में ही 10 दिन की सेवा करते हुए सजा पूरी की और वह 22 अक्तूबर को लौटे थे। उन्होंने गुरूद्वारा साहिब में अखंड पाठ साहिब का पाठ रखवाया था, जिसका भोग आज मंगलवार को डाला गया।
– सुनीलराय कामरेड