लुधियाना- अमृतसर : गुरू की नगरी अमृतसर स्थित कस्बा मेहता में उस समय तनाव का माहौल उत्पन्न हो गया, जब इलाके में निहंगों के 2 समूहों के अंदर जबरदस्त खूनी संघर्ष ने विकराल रूप धारण कर लिया। यह संघर्ष गायों को लेकर शुरू हुआ और दोनों पक्षों के सैकड़ों समर्थक एक-दूसरे के सामने आ डटे। इस दौरान ईंट-पत्थर के साथ-साथ कई राउंड गोलियां चली, जिसमें सात लोगों के गंभीर जख्मी होने की खबर है। यह संघर्ष दमदमी टकसाल और तरना दल के समर्थकों के बीच बताया जा रहा है।
घटनास्थल पर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। स्थिति तनावपूर्ण और कस्बे में अघोषित कर्फ्यू जैसे हालात बने हुए हैं। पुलिस के आला अधिकारियों ने घटनास्थल पर अतिरिक्त बल भेजने के आदेश भी जारी कर दिए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, दमदमी टकसाल के मुखी हरनाम सिंह के सदस्यों का तरना दल के मुखी गजन सिंह के सदस्यों से पुराना विवाद चल रहा है। तरना दल के कई सदस्य हजारों गाय लेकर बाबा बरथ सिंह की अगुवाई में गुरुद्वारा साहिब के पास पहुंच गए। बाद में ये गायें दमदमी टकसाल के सदस्यों के खेतों में पहुंच गई और फसल को बर्बाद कर दिया। जब इस की सूचना दमदमी टकसाल के सिंहों को लगी तो उन्होंने रोकने की कोशिश की। इसी बीच गायों के झुंडों को लाने वाले सेवादारों की सिंहों के साथ तकरार हो गया, जिसे देखते ही देखते खूनी झड़प का रूप धारण कर लिया।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक इस झड़प के दौरान कई गोलियों की गूंज भी सुनाई दी और दोनों समूहों ने सडक़ पर लावारिस पड़े ईंट-पत्थरों का उपयोग करके एक-दृूसरे की तरफ उछाला। खबर लिख जाने तक हालात तनावपूर्ण थे और दोनों गुटों के सदस्य आमने-सामने हो गए।
इस खूनी संघर्ष में दोनों पक्षों के दर्जनभर लोग जख्मी हो गए। गोलियों के छर्रे लगने से अमृतपाल सिंह सहित सात लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घायलों को गुरु नानक देव अस्पताल में दाखिल करवाया है। घायल जगतार सिंह, मनप्रीत सिंह, पंथजीत सिंह, नंबरदार सिंह, सुखविंदर सिंह को निजी अस्पतालों में दाखिल करवाया गया है।
मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति पर नियंत्रण करने का प्रयास किया लेकिन देर रात रात तक दोनों पक्षों के बीच स्थिति तनावपूर्ण रही। दोनों पक्षों के करीब पांच सौ से ज्यादा हथियारबंद सदस्य घटनास्थल पर डटे रहे। उधर, मेहता, कंबो, मजीठा, कत्थूनंगल और अन्य थानों से भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है।
इस खूनी झड़प के बाद एसपी हरपाल सिंह ने बताया कि दोनों गुटों का गायों को लेकर विवाद हुआ है। फिलहाल गायों को खेतों और रास्ते से हटवा दिया गया है। स्थिति नियंत्रण में है और जांच जारी है।
– सुनीलराय कामरेड