लुधियाना-फरीदकोट : सरबत खालसा के जत्थेदारों द्वारा बरगाड़ी में इंसाफ मोर्चे का आज 107वां दिन व्यतीत हो गया। इसके बावजूद सिख संगत के काफिले पंजाब, हरियाणा और राजस्थान समेत देश के अलग-अलग हिस्सों से पहुंच रहे है। आज बरगाड़ी की दाना मंडी में सिख संगत का सैलाब इकटठा हुआ और जम्मू -कश्मीर की सरजमी से भी तरलोचन सिंह वजीर की अगुवाई में जम्मू-क श्मीर स्टेट गुरूद्वारा बोर्ड का बहुत बड़ा काफिला पहुंचा हुआ था। पंजाब के सीमावर्ती जिले फिरोजपुर से गुरचरण सिंह भुल्लर और तजिंद्र दियोल की अगुवाई में सिख संगत इंसाफ की खातिर आई हुई थी।
बरगाड़ी इंसाफ मोर्चा के आगुओं ने ऐलान किया कि जब तक बेअदबी मामले, बहिबल कलां और कोटकपूरा गोलीकांड में सिख पंथ को इंसाफ नही मिलता तब तक मोर्चा जारी रहेंगा। उन्होंने कहा कि इंसाफ देना सरकार की नैतिक जिम्मेदारी है। जत्थेदारेंा ने यह भी कहा कि बहिबल कलां में गोली चलाने दोषी पुलिस अधिकारी नहीं पकड़े जा रहे, तो यह कमजोरी सरकार की है।
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श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार भाई ध्यान सिंह मंड और तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार बलजीत सिंह दादूवाल ने समस्त संगत का स्वागत किया। जत्थेदार दादूवाल ने कहा कि प्रकाश सिंह बादल और सुखबीर सिंह बादल रैलियों के नाम पर पंजाब का माहौल खराब कर रहे है। उन्होंने कहा कि आज पूरे पंजाब में इन्हें कोई भी शख्स मुंह लगाने के लिए तैयार नही। यह सिर्फ अपने तनखाइये पदाधिकारियों को लेकर ही पंजाब के शांत माहौल को बिगाडऩे की तैयारी में है। टकसाली, अकाली बादलों से अंदर ही अंदर नाराज बैठे है और बहुत ने इनका साथ छोड़ दिया है।
जत्थेदार दादूवाल ने बादलों को अपने 10 साल का शासन याद करवाते हुए कहा कि उन्होंने भीखी मानसा में गुरू पर्व मनाने और कोटशमीर में कीर्तन दरबार सजाने में पाबंदी लगाई थी। दादूवाल ने कहा कि आज बादलों को हाथों से मारी गांठे दातों के साथ खोलनी पड़ रही है। बादलों ने अपने शासन में हिटलर, ओरंगजेब और नादरशाह को भी मात दी थी। दादूवाल ने ढाढी सिंहों का मजाक बनाने पर कांग्रेसी नेता विजय इंद्र सिंगला विधायक संगरूर को लताड़ते हुए ढाढी सिंहों से माफी मांगने को कहा।
पूर्व अकाली मंत्री बलविंद्र सिंह भूंदड़ द्वारा बादल को बादशाह दरवेश कहने पर जत्थेदार दादूवाल ने सख्त नोटिस लेते कहा कि चापलूसियां छोडक़र इनको सच्चाई को पहचानना चाहिए। आज जो बादलों की बिल्ली थैलों से बाहर आ चुकी है और इनके राज में गुरू ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी और सिंहों की शहादत का सत्य समस्त दुनिया के सामने है। दादुवाल ने कहा कि आज रोष में स्थान-स्थान पर अकालियों का लोग काली झंडियों के साथ विरोध कर रहे है।