लुधियाना-अमृतसर : पंजाब के पूर्व मंत्री, वरिष्ठ अकाली नेता और शिरोमणि कमेटी के पूर्व मुख्य सचिव स. मनजीत सिंह कलकत्ता का आज सुबह देहांत हो गया। वह 80 साल के थे और पिछले कुछ दिनों से बीमारी के कारण अमृतसर स्थित अस्पताल में इलाज के लिए दाखिल थे। उनका अंतिम संस्कार वीरवार को अमृतसर में किया जाएंगा।
जानकारी के मुताबिक वरिष्ठ अकाली नेता मनजीत सिंह कलकत्ता पिछले कुछ समय से शूगर की बीमारी के चलते अमृतसर के ककड़ अस्पताल में 4 जनवरी को दाखिल हुए थे, जहां सवा 6 बजे के करीब सुबह उन्होंने आखिरी सांस ली। स. कलकत्ता अपने पीछे धर्मपत्नी सरदारनी संतोख कौर के अतिरिक्त एक बेटा और दो बेटियां छोड़ गए है। उनका बेटा गुरप्रीत सिंह आहलुवालिया अमृतसर में होटल व्यवसाय से जुड़े है और डाउन टाउन नाम का होटल बड़ सफलता से चला रहे है जबकि उनकी बड़ी बेटी कलकत्ता में और छोटी बेटी कनाडा में ब्याही हुई है। जानकारी के मुताबिक कनाडा से आने वाले दामाद के अमृतसर पहुंचने पर वीरवार 18 जनवरी को संस्कार किया जाएंगा।
शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भाई गोबिंद सिंह लौंगोवाल ने मनजीत सिंह कलकत्ता के देहांत पर गहरा अफसोस जाहिर करते हुए कहा कि स. कलकत्ता लंबे समय से शिरोमणि कमेटी के सचिव के तौर पर निभाई गई जिक्रयोग सेवाएं हमेशा याद रहेंगी। स. कलकत्ता एक प्रसिद्ध सिख शख्सियत थे, जिन्होंने पंजाब सरकार और शिरोमणि कमेटी के अतिरिक्त दिल्ली सिख गुरूद्वारा मैनेजमेंट कमेटी के प्रधान के तौर पर भी सेवाएं निभाई।
स. कलकत्ता द्वारा सिख स्टूडेंट फैडरेशन में सरगर्म आगु के तौर पर लंबे समय निभाई। संघर्षमयी भूमिका को भी हमेशा याद रखा जाएंगा। भाई लौंागेवाल ने स. कलकत्ता के अकाल चले जाने को ना पूर्ण होने वाली कमी बताया। उन्होंने कहा कि सिख कौम एक विद्वान से वंचित हो गई है। शिरोमणि कमेटी के मुख्य सचिव डॉ रूप सिंह, सचिव स. मनजीत सिंह और दलजीत सिंह बेदी समेत कई सिख विद्धानों ने भी गहरा अफसोस प्रकट किया।
– सुनीलराय कामरेड
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