अमृतसर : कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी आज अपने सुरक्षाकर्मियों के साथ शाम चार बजे के बाद स्वर्ण मंदिर पहुंचे जहां उन्होंने मत्था टेका। राहुल पूर्व कार्यक्रम के शहर के दौरे पर आये थे। उन्होंने स्वर्ण मंदिर के मुख्य हिस्से में पहुंचने के लिए वीआईपी एंट्री के बजाय अन्य श्रद्धालुओं के साथ लाइन में खड़े हुए। इस मंदिर में उनका यह पहला दौरा था। इस दौरान उनके चारों तरफ शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य मौजूद थे। बीस मिनट के प्रवास के दौरान राहुल गाँधी ने ‘शबद कीर्तन’ सुना और उसके बाद वे सामुदायिक रसोई में गए, जहाँ उन्होंने लंगर चखा। इसके बाद गाँधी ऐतिहासिक जालियाँवाला बाग गए और 1919 के शहीदों को श्रद्धांजलि दी। इसके बाद वह दुर्गियाना मंदिर गए। राहुल की पंजाब यात्रा उनके ‘भारत खोज’ कार्यक्रम का हिस्सा है।
इससे पहले अपने इस कार्यक्रम के तहत वह कर्नाटक उड़ीसा और उत्तरप्रदेश के कुछ हिस्सों की यात्रा कर चुके हैं। भारत के साथ अमेरिकी परमाणु करार के बारे में राहुल गाँधी एक जागरूकता अभियान कार्यक्रम चलाएँगे तथा रोड शो करेंगे। उन्होंने परिक्रमा की और उसके बाद मंदिर के मुख्य हिस्से में कढ़ाह प्रसाद चढ़ाया। राहुल के साथ अमृतसर से कांग्रेस सांसद गुरजीत सिंह औजला और पार्टी के अन्य स्थानीय नेता भी थे। राहुल ने इस दौरान मीडिया से बात नहीं की। पार्टी सूत्रों ने कहा, वह एक निजी यात्रा पर थे। पंजाब में हाल में हुए विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के जीत दर्ज करने के बाद यह कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की पहली पंजाब यात्रा थी। जब राहुल का काफिला सड़क से गुजर रहा था तो उन्होंने सड़क के दूसरी ओर उनके स्वागत के लिए तिरंगा हाथ में लिए धूप में खड़े बच्चों को देखा। जैसे ही बच्चों ने ‘राहुल गाँधी जिंदाबाद’ के नारे लगाए, राहुल ने चालक को गाड़ी रोकने को कहा। वह गाड़ी से उतरे और स्कूल में बच्चों से बातचीत करने गए।