लुधियाना: आरएसएस के प्रचारक रविंदर गोसाई की दीपावली से पूर्व अज्ञात बाइक सवारों द्वारा हत्या करने के बाद आज पंजाब पुलिस के महानिदेशक सुरेश अरोडा, गगनदीप सिंह कालोनी लुधियाना स्थित स्व. गोसाई के निवास पर पहुंचे तथा मृतक के परिवार के साथ मिले। इस समय मौके पर पुलिस कमिश्नर आरएन ढोके व भारतीय जनता पार्टी लुधियाना शहरी के प्रधान रविंदर अरोडा भी मौजूद थे।पीडित परिवार से संवदेना व हत्यारों को जल्द पकडने का भरोसा दिलाने के बाद निवास स्थान के बाहर उपस्थित मीडिया से बातचीत करते हुए डीजीपी अरोडा ने बताया कि रविंदर गोसाई की हत्या के बाद पूरे केस की स्टडी, वारदात के ढंग, हथियार व टार्गेट हुए संगठन जैसी बिंदुओं को देखते हुए ही इस केस को जांच के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी को दिया गया है।
पूर्व के हत्याकांडों में भी इसी प्रकार की बातें सामने आई हुई है जिससे कहीं न कहीं इन वारदातों व षड्यंत्रों के पीछे विदेशी ताकतों का हाथ सामने आ रहा है। डीजीपी ने कहा कि इससे पहले के केसों में कुछेक की जांच सीबीआई व पंजाब पुलिस भी कर रही है तथा अब एनआईए जोकि देश की सुरक्षा मामलों में विशेषज्ञ जांच एजेंसी के इस केस की जांच के लिए आने से हत्याकांडों को सुलझाने में मदद मिलेगी।डीजीपी ने स्पष्ट किया कि अगले सप्ताह तक एनआईए हत्याकांड के सिलसिले में जांच के लिए पहुंच सकती है। उन्होंने हत्याकांड में लुधियाना पुलिस द्वारा गठित किये गए विशेष जांच दल की जांच प्रगति के तथ्यों के बारे कुछ भी सांझा करने से साफ इंकार कर दिया तथा कहा कि जांच चलती होने के चलते अभी इसे सांझा नहीं किया जा सकता है।
जब भी इस केस में दोषियों को पकड़ लिया जाएगा, मीडिया को बताया जाएगा। पीडित परिवार से मिलने के बाद डीजीपी ने वारदात स्थल को भी देखा तथा अपने अधीनस्थ अधिकारियों से बातचीत की। मालूम रहे कि आरएसएस प्रचारक रविंदर गोसाई की 17 अक्टूबर को दो अज्ञात नकाबपोश बाइक सवारों ने उस समय हत्या कर दी गई थी जब वह आरएसएस की शाखा से वापस घर लौटे ही थे तथा घर के बाहर अपनी पोती को गोद में लिये कुत्तों को दूध डाल रहे थे। गोसाई की मौके पर ही मौत हो गई थी। बाद में लुधियाना पुलिस को इस वारदात में प्रयुक्त बाइक भी मिल गया था। लेकिन अभी तक कोई पुखता सुराग नहंी लग सका है। सीएम कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने इस मामले की जांचख् एनआईए से करवाने का ऐलान कर दिया था।
– सुनीलराय कामरेड