पंजाब में विपक्षी पार्टी शिरोमणि अकाली दल ने राज्य की अमरिंदर सरकार पर कोरोना वैक्सीन ‘ऊंची कीमतों’ पर निजी अस्पतालों को बेचने का आरोप लगाया है। शिअद प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने इस मामले की हाई कोर्ट की निगरानी में जांच कराने की मांग की है।
सुखबीर सिंह बादल ने आरोप लगाया कि राज्य में टीके की खुराक उपलब्ध नहीं हैं और आम लोगों को मुफ्त में टीके की खुराक देने के बदले उसे निजी संस्थाओं को बेचा जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि कोवैक्सीन टीके की खुराक राज्य को 400 रुपये में मिलती है और उसे निजी संस्थाओं को 1,060 रुपये में बेचा जा रहा है।
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बादल ने कहा कि निजी अस्पताल लोगों से प्रत्येक खुराक के लिए 1,560 रुपये ले रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘ एक खुराक के लिए प्रति परिवार 6,000 से 9,000 रुपये का खर्च आ रहा है।’’ बादल ने आरोप लगाया कि सिर्फ मोहाली में ही एक दिन में 35,000 खुराक निजी संस्थाओं को बेची गयीं। उन्होंने कहा कि टीके से ‘मुनाफा’ कमाना ‘अनैतिक’ है।
बादल ने कहा, ‘‘ राहुल गांधी को बताना चाहिए कि क्या वह इस बात का समर्थन करते हैं कि कांग्रेस सरकार लोगों को टीके की एक खुराक पर 1,560 रुपये खर्च करने को मजबूर कर रही है।’’ शिअद ने एक बयान में इस मामले की हाई कोर्ट की निगरानी में जांच कराने की मांग की।
शिअद प्रमुख ने आगे कहा, अगर वे (पंजाब सरकार) टीके की दरों में सुधार नहीं करते हैं या इसे मुफ्त में नहीं देते हैं, तो हम सरकार के खिलाफ हाई कोर्ट का रुख करेंगे या आगे जाकर हम पंजाब में सरकार बनाते है तो इस मामले में जांच करेंगे। बादल ने मामले में आम आदमी पार्टी की ख़ामोशी पर भी सवाल खड़े किए।