लुधियाना : लुधियाना में सीएए, एनआरसी और एनपीआर को लेकर लोगों का विरोध प्रदर्शन जारी है। इसी बीच लुधियाना की एतिहासिक जामा मस्जिद में जालंधर, अमृतसर, तरनतारन, गुरदासपुर, होशियारपुर, मुकेरियां, नवांशहर, रोपड़, मोहाली, चंडीगढ़, पटियाला, नाभा, कोटकपूरा, बठिंडा, मोगा, मुक्तसर, मानसा समेत अन्य शहरों और कस्बों से बड़ी मस्जिदों के इमाम साहिबान, प्रधान व सामाजिक जत्थेबंदियों के प्रतिनिधि पहुंचे।
शाही इमाम पंजाब मौलाना हबीब उर रहमान सानी लुधियानवी की अध्यक्षता में हुई इस विशेष मीटिंग में फैसला लिया गया कि केंद्र की मोदी सरकार द्वारा बनाए गए काले कानून सीएए, एनपीआर व एनआरसी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन जारी रहेगा। मौलाना हबीब उर रहमान लुधियानवी ने कहा कि हर मुसलमान पर लाजमि है कि वह अपने हम वतन हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई, दलित भाइयों के साथ मिलकर इस काले कानून के खिलाफ विरोध जारी रखें।
शाही इमाम ने कहा कि जो संप्रदायक ताक़ते देश में नफरत फैलाना चाहती है उनका जवाब मुहब्बत और एकता के साथ दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि एनपीआर का विरोध इस लिए जरूरी है क्योंकि केंद्र सरकार की नियत में खोट है सरकार एनपीआर को आधार बनाकर एनआरसी लाकर करोड़ों भारत वासियों की नागरिकता से खिलवाड़ करना चाहती है।
शाही इमाम ने आगे कहा कि पूरे पंजाब से सभी धर्मों के लोगों ने एक साथ केंद्र सरकार के काले कानून के खिलाफ आवाज उठाई है वह देशभर के लोगों के लिए भाईचारे की जिंदा मिसाल है। उन्होंने कहा कि पंजाब भर में आंदोलन कर रहे लोग इस बात का भी ध्यान रखें की अगर प्रशासन में बैठे कुछ लोग सांप्रदायिकता फैलाना चाहते हैं तो उनके खिलाफ भी आवाज उठा कर राज्य सरकार को अवगत करवाया जाए।
शाही इमाम ने कहा कि एनपीआर पर गृह मंत्री सफाई ना देकर कानून में बदलाव लाएं। उन्होंने कहा कि अफसोस की बात है कि देश का मैन स्ट्रीम इलेक्ट्रॉनिक मीडिया अल्पसंख्यकों को डराना में लगा हुआ है जो कि शर्म की बात है, लेकिन वह समझ लें कि जिंदगी और मौत खुदा के इख्तयार में है, ऐसी हरकतें जनता को डरा नहीं सकती। मीटिंग में फैसला किया गया की इस सप्ताह पंजाब भर में एक बार फिर से सर्वधर्म के लोगों के साथ हर शहर और कस्बों में एनपीआर के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किए जाएंगे और हर जगह जिले में डिप्टी कमिश्नर द्वारा राष्ट्रपति साहिब के नाम ज्ञापन दिया जाएगा।
-रीना अरोड़ा