लुधियाना : उत्तर भारत के शिवसेना युवा विंग के प्रधान हनी महाजन पर हुए जानलेवा हमले के बाद आज रोष स्वरूप धारीवाल शहर के अंदर पंजाब भर से शिवसेना हिंदुस्तान संगठन और अलग-अलग हिंदु जत्थेबंदियों के प्रतिनिधियों द्वारा जहां आवाजाही ठप्प करके पंजाब सरकार और पुलिस प्रशासन के खिलाफ रोड़ जाम करके रोष प्रकट किया गया, वही इसी हमले के रोष स्वरूप समस्त इलाका पूर्ण तरह बंद रहा।
इसी धरने में प्रदर्शनकारियों के साथ विशेष तौर पर बातचीत करने पहुंचे एसएसपी गुरदासपुर स्वर्णदीप सिंह से धरनाधारियों ने बातचीत करने से इंकार करते कहा कि जब तक इस धरने में डिप्टी कमीश्रर गुरदासपुर या एडीसी धरने में नहीं पहुंचते कोई भी बातचीत नहीं होंगी। धरना धारियों ने लगातार जमकर नारेबाजी की और कहा जा रहा है कि अगर उन्हें इंसाफ ना मिला तो नैशनल हाईवे जाम किया जाएंगा।
स्मरण रहे कि कल रात गुरदासपुर के धारीवाल में शिवसेना के प्रधान हनी महाजन पर कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने अंधाधुंध फायरिंग करके गंभीर घायल कर दिया था जबकि इसी हमले में महाजन के साथ बैठे करियाना दुकान मालिक अशोक कुमार के सिर और छाती में गोलियां लगने से उनकी मौके पर ही मौत हो गई। महाजन की टांगों पर तीन गोलियां लगी हैैं।गंभीर रूप से घायल होने के बाद महाजन जमीन पर गिर गए। हमलावर उन्हें मरा हुआ समझ सडक़ के किनारे खड़ी अपनी कार में बैठकर अंधेरा का लाभ उठाते हुए मौके से फरार हो गए। आसपास के लोगों ने महाजन को सिविल अस्पताल गुरदासपुर में दाखिल करवाया। बाद में उनकी गंभीर हालत को देखते हुए उन्हें अमृतसर के फोर्टिस अस्पताल में दाखिल करवाया गया, जहां वह जिंदगी और मौत के बीच जदोजहद कर रहे है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक हमलावर काले रंग की स्विफ्ट कार में आए थे और उसी में बैठकर फरार हो गए। हमले के विरोध में आज धारीवाल में बाजार बंद रहा। शिव सेना ने डडवां चौक पर धरना दिया। धरनास्थल पर शिवसेना हिंदोस्तान के राष्ट्रीय प्रधान पवन गुप्ता भी मौजूद हैं। एडीजीपी ला एंड आर्डर आरएन डोके ने घटनास्थल पर जाकर शिव सैनिकों बातचीत की।उल्लेखनीय है कि शिवसेना नेता हनी महाजन आतंकवादी गतिविधियों के खिलाफ लगातार आवाज उठाते रहे हैं। छह महीने पहले उनकी सुरक्षा में लगे दो पुलिस कर्मचारियों को गुरदासपुर पुलिस ने वापस बुला लिया था। उन पर गोली चलाए जाने के बाद बाकी शिवसेना नेताओं ने सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल खड़े किए हैैं।
उधर मृतक अशोक कुमार के पिता ने रोते हुए कहा कि आखिर उनके बेटे का कसूर ही क्या था? कुछ दिन पहले ही बेटे करियाने की दुकान खोली थी। बगल में हनी महाजन की दुकान है। दोनों किसी बात चर्चा कर रहे थे। इसी दौरान काले रंग की स्विफ्ट कार में हमलावर आए और ताबड़तोड़ गोलियां बरसानी शुरू कर दी। एसएसपी स्वर्णदीप सिंह ने पुलिस टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है। उन्होंने कहा कि आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए टीमों का गठन कर दिया गया है। दुकानों के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक करके आरोपियों की तलाश शुरू क र दी गई है।
-सुनीलराय कामरेड