पंजाब विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस खेल रही है सियासी दांव, पंजाब में पार्टी की स्थिति मजबूत करने की कोशिश में कांग्रेस ने रैपर शुभदीप सिंह सिद्धू उर्फ सिद्धू मूसेवाला कांग्रेस में शामिल कर लिया है। पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी और कांग्रेस की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की उपस्थिति में शुक्रवार को कांग्रेस में शामिल हो गए।
सिद्धू ने मूसेवाला को युवा प्रतीक और एक “अंतरराष्ट्रीय हस्ती’’ बताया। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “सिद्धू मूसेवाला हमारे परिवार में शामिल हो रहे हैं। मैं कांग्रेस में उनका स्वागत करता हूं।” चन्नी ने पार्टी में गायक का स्वागत करते हुए कहा कि मूसेवाला अपनी कड़ी मेहनत से एक बड़े कलाकार बने और अपने गीतों से लाखों लोगों का दिल जीता।”
जानिए कौन है शुभदीप सिंह सिद्धू
बता दें कि मूसेवाला का असली नाम शुभदीप सिंह सिद्धू है और वह मानसा जिले के मूसा गांव के रहने वाले हैं। उनकी मां एक गांव की मुखिया हैं। गायक को इससे पहले अपने गानों में हिंसा और बंदूक संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए आलोचना का सामना करना पड़ा था। 17 जून 1993 को जन्मे शुभदीप सिंह सिद्धू इंजीनियरिंग ग्रेजुएट हैं।
उन्होंने अपने कॉलेज के दिनों में संगीत सीखा और बाद में कनाडा चले गए। उन्होंने एक गीत लिखकर संगीत में अपनी यात्रा शुरू की। मूसेवाला की फैन फॉलोइंग लाखों में है और वह अपने गैंगस्टर रैप के लिए लोकप्रिय है।
कंट्रोवर्सियल गायकों में से एक है मूसेवाला
सिद्धू मूसेवाला को सबसे विवादास्पद पंजाबी गायकों में से एक के रूप में भी जाना जाता है। कई मौकों पर बंदूक संस्कृति को खुले तौर पर बढ़ावा देने, उत्तेजक गीतों में गैंगस्टरों का महिमामंडन करने के लिए उनकी आलोचना की गई है।
आर्म्स एक्ट का मामला हुआ दर्ज
उनके एक गीत ‘संजू’ ने जुलाई 2020 में एक विवाद को जन्म दिया। यह गीत सिद्धू मूसेवाला को एके 47 फायरिंग मामले में जमानत मिलने के बाद जारी किया गया था। उन्होंने सोशल मीडिया पर रिलीज हुए गाने में अपनी तुलना अभिनेता संजय दत्त से की थी। मई 2020 में बरनाला गांव में फायरिंग रेंज पर फायरिंग करते हुए एक वीडियो क्लिप वायरल होने के बाद सिद्धू मूसेवाला के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था।
हालांकि, संगरूर की एक अदालत ने बाद में उन्हें जमानत दे दी। मूसेवाला के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज यह अकेला मामला नहीं था। मूसेवाला को पिस्तौल से फायरिंग करते हुए एक वीडियो क्लिप के आधार पर मई 2020 में धुरी सदर पुलिस स्टेशन में इसी तरह की धाराओं के तहत एक और मामला दर्ज किया गया था।
उनके खिलाफ दर्ज आपराधिक मामलों पर प्रतिक्रिया देते हुए सिद्धू ने कहा था कि “आपराधिक मामले केवल असली पुरुषों के खिलाफ दर्ज किए जाते हैं।” शिरोमणि अकाली दल ने कुछ कट्टरपंथी समूहों के अलावा, सिद्धू मूसेवाला को उनके विवादास्पद गीतों के लिए परेशान किया है।