अमृतसर : शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति (एसजीपीसी) के प्रधान भाई गोबिंद सिंह लोंगोवाल ने दिल्ली के सिख कत्लेआम के दोषी सज्जन कुमार को सुनायी गयी उम, कैद की सत्रा का स्वागत करते हुए कहा है कि हत्याकांड के अन्य दोषियों जगदीश टाइटलर और अन्य को भी तुरंत सजा दी जाए।
भाई लोंगोवाल ने सोमवार को न्यायालय के फैसले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सज्जन कुमार को उम, कैद नहीं बल्कि फांसी की सत्रा दी जानी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि 34 साल बाद आया यह फैसला सिख हत्याकांड के पीड़ितों को कुछ हद तक राहत देने वाला है लेकिन अभी भी कई दोषी कानून की गिऱफ्त से बाहर हैं।
एसजीपीसी प्रधान ने कहा कि 1984 में सिखों का हत्याकांड कांग्रेस की ओर से किया गया अमानवीय कृत्य था जिसने समूचे विश्व को हिलाकर रख दिया था। उन्होंने कहा कि कांग्रेस दोषियों का हमेशा बचाव करती रही है और जगदीश टाइटलर, सज्जन कुमार, कमलनाथ और अन्य दोषियों को उच्च पदों पर आसीन करती रही है।
भाई लोंगोवाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री राजनाथ सिंह के साथ हुई उनकी मुलाकात के दौरान उन्होंने इस मामले को उठाया था और सिखों को इंसा़फ दिलाने की अपील की थी। शिरोमणि समिति प्रधान ने कहा कि कांग्रेस ने अपने शासनकाल के दौरान जो ज्यादतियां सिखों के साथ की हैं, सिख कौम उन्हें कभी भुला नहीं सकती।