पंजाब के शिक्षा मंत्री परगट सिंह द्वारा स्कूली शिक्षा को लेकर दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया पर सवाल खड़ा किए जाने के कुछ दिन बाद बुधवार को सिसोदिया ने सीमावर्ती राज्य के दो स्कूलों का औचक दौरा किया और उनकी स्थिति को दयनीय करार दिया।
पंजाब के मुख्यमंत्री @CHARANJITCHANNI जी के हल्के के स्कूल देखने गया था. CM साहब के हल्के में स्कूलों की हालत देखिए –
– चारों ओर toilet की बदबू
– हर तरफ़ मकड़ी के जाले
– स्मार्ट क्लासरूम के नाम पर मज़ाक़
– पूरे स्कूल में एक टीचर और तनख़्वाह मात्र 6000/- pic.twitter.com/10wM0vgptW— Manish Sisodia (@msisodia) December 1, 2021
चन्नी के विधानसभा क्षेत्र में दो स्कूलों का औचक दौरा
परगट सिंह ने सोमवार को एनपीजीआई पैमाने के आधार पर पंजाब के स्कूलों के साथ तुलना के लिए दिल्ली के 250 सरकारी स्कूलों और उनके प्रमुख मापदंडों की सूची देने की चुनौती दिल्ली सरकार को दी थी। इसके जवाब में दिल्ली के शिक्षा मंत्री सिसोदिया ने पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के विधानसभा क्षेत्र चमकौर साहिब में दो स्कूलों का औचक दौरा किया।
चमकौर साहिब निर्वाचन क्षेत्र के मकरोना कलां गांव में एक स्कूल के बाहर खड़े सिसोदिया ने दावा किया कि स्कूल का शौचालय बदबूदार है और कक्षाओं में मकड़ी के जाले लगे हैं और फर्नीचर टूटा हुआ है।
पंजाब के मुख्यमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र में हूँ- सिसोदिया
आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ सिसोदिया ने मुख्यमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र के चकलां गांव में एक अन्य सरकारी प्राथमिक विद्यालय का भी दौरा किया। सिसोदिया ने संवाददाताओं से कहा, ”मैं पंजाब के मुख्यमंत्री के निर्वाचन क्षेत्र और उनके गांव में हूं। मकरोना कलां में नर्सरी से कक्षा पांचवीं तक के इस स्कूल में केवल एक शिक्षक है, जोकि 6,000 रुपये प्रति माह के वेतन पर कार्यरत है।” उन्होंने कहा कि इसके अलावा, इस स्कूल में एक सहायक काम कर रहा है। सिसोदिया ने कहा, ”यह स्थिति चन्नी के विधानसभा क्षेत्र के एक स्कूल की है। अगर हम इसे ‘नंबर एक’ स्कूल कहें तो यह बच्चों के साथ मजाक है।”