लुधियाना-अमृतसर : श्री ननकाना साहिब के गुरूद्वारा जन्मस्थान पर चुनिंदा शरारती तत्वों द्वारा घेराव करके की गई पत्थरबाजी और ननकाना साहिब इलाके का नाम बदलकर गुलाम अली मुसतबा रखने की धमकी के बाद आज सिखों की सर्वोच्च संस्था शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के प्रधान भाई गोबिंद सिंह लोंगोवाल ने सिखों के विरूद्ध नफरत वाली बयानबाजी की सख्त शब्दों में निंदा करते पड़ोसी मुलक पाकिस्तान की सरकार से आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने और वहां रह रहे सिख बाशिंदों की सुरक्षा यकीनी बनाएं रखने की मांग की है।
उन्होंने यह भी कहा कि शिरोमणि कमेटी का एक 4 सदस्यीय विशेष प्रतिनिधि मंडल पाकिस्तान जाएंगा, जो वहां जाकर पाकिस्तानी पंजाब के राज्यपाल और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात करेंगा। उन्होंने कहा कि ऐसे हालात में समूचा सिख भाईचारा पाकिस्तान के सिखों के साथ चटटान की तरह खड़ा है। उन्होंने सिख विरोधी हालात पर चिंता जाहिर करते कहा कि आश्चर्य की बात है कि वहां सरेआम सिखों के खिलाफ बोलने वाले कटटरपंथियों को किसी ने नहीं रोका जबकि पुलिस को तुरंत हिरासत में लेना चाहिए था। उन्होंने कहा कि सिखों को दबाने की साजिश कतई नहीं होनी चाहिए।
उधर पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ने श्री मुकतसर साहिब के हलका गिदड़बाह में पत्रकारों से बातचीत करते कहा कि पड़ोसी मुलक गुरूद्वारा श्री ननकाना साहिब पर प्रदर्शनकारियों द्वारा की गई हुललड़बाजी दुखदाई घटना है।
उन्होंने कहा कि वह भारत सरकार से अपील करेंगे कि वहां रहते सिखों की सुरक्षा यकीनी बनाई जाएं। ननकाना साहिब में घटित ताजा घटना का सरबत खालसा के जत्थेदार सिंह साहिब भाई बलजीत सिंह दादूवाल ने सख्त नोटिस लेते हुए कहा कि सिख धर्म के आगु धनधन्य श्री गुरू नानक देव जी के जन्मस्थल गुरूद्वारा ननकाना साहिब सिख धर्म की आस्था का प्रतीक है। यह स्थल इस्लाम में मुसलमान भाइयों के लिए एक मक्का है और उसी प्रकार सिख संगत के लिए गुरूद्वारा ननकाना साहिब है, जहां दुनिया भर से सिख संगत पहुंचकर दर्शन-ए-दीदार करते हुए गुरूनानक देव जी की रहमतों का पात्र बनती है।
उन्होंने कहा कि ननकाना साहिब की धरती पर कुछ सिख परिवार 1947 के बंटवारे से पहले बसते थे, जिन्होंने बंटवारे के दौरान गुरूद्वारा ननकाना साहिब की सेवा संभाल को चुना, लेकिन आज शरारती लोगों द्वारा उन्हें ननकाना साहिब छोडऩे के लिए मजबूर किया जा रहा है। उन्होंने भडक़ाऊ भाषणों की निंदा करते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खां, जिसने पहले भी गुरूद्वारा श्री दरबार साहिब करतारपुर का लांघा खोलकर दुनिया में नाम कमाया और सिख हृदयों में अपना स्थान बनाया। दादूवाल ने अपील करते कहा कि इमरान खां ननकाना साहिब में घटित ताजा घटना का नोटिस लेते शरारती तत्वों पर काबू करें।
दमदमी टकसाल के प्रमुख और संत समाज के प्रधान संत ज्ञानी हरनाम सिंह खालसा ने भी निंदा करते भारत के प्रधानमंत्री को तुरंत दखल देकर सुरक्षा में तुरंत उठाएं जाने की अपील की।
– सुनीलराय कामरेड