लुधियाना : कभी शिरोमणि अकाली दल और बादल परिवार के करीबी रहे वरिष्ठ अकाली आगु और शिरोमणि कमेटी के पूर्व सदस्य जत्थेदार सुच्चा सिंह लंगाह ने आज अपने समर्थकों के संग श्री अकाल तख्त साहिब सचिवालय में जत्थेदार सिंह साहिब के नाम एक खत सौंपकर मांग की है कि उन्हें सिख पंथ में पुन: शामिल किया जाएं।
यहां उल्लेखनीय है कि पंजाब के सरहदी जिले गुरदासपुर से संबंधित अकाली आगु और पूर्व मंत्री जत्थेदार लंगाह को श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार द्वारा एक महिला से आपतिजनक संबंधों का मामला सामने आने से सिख पंथ से निकाल दिया था। हालांकि, कानून की दृष्टि में सुच्चा सिंह लंगाह बरी हो चुके हैं किंतु उन्हें पंथ में वापस नहीं लिया गया है।
इस संबंध में वह पहले भी 17 अक्तूबर 2019 को श्री अकाल तख्त साहिब पर उपस्थित होकर अपनी बेगुनाही के सबूत देते हुए गुहार लगा चुके हैं। उन्होंने उस वक्त जाने अनजाने में हुई अपनी भूल की माफी मांगते हुए कहा था कि मनुष्य भुलनहार हैं, उसे माफी दी जाएं। क्योंकि वह गुरू घर का आर्शीवाद और खुशियों से वंचित नहीं रहना चाहता।
उधर श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने स्पष्ट किया अगर पंथ चाहेंगा तो इसी संबंध में लंगाह की वापसी हो सकती है। हालांकि, इस संबंध में कई सिख जत्थेबंदियों द्वारा पंथ में शामिल ना किए जाने की अपील की गई है। जबकि लंगाह को पंथ से निकाला गया था, तो शिरोमणि अकाली दल ने भी उन्हें पार्टी से निकाल दिया था और उनका सियासी करियर खत्म हो गया था। बताया जाता है कि जिस महिला से लंगाह के संबंध बने थे बाद में उस महिला ने पेशी के दौरान अपने बयान से मुकरते हुए लंगाह को न पहचानने का नाटक किया था और लंगाह अदालत द्वारा बरी हो गया था।
-सुनीलराय कामरेड