लुधियाना-गुरदासपुर : ‘जबर-जनाह’ के मामले में नामजद पूर्व अकाली मंत्री और शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य रह चुके सुच्चा सिंह लंगाह के मामले में आज मानयोग अदालत गुरदासपुर में उनकी पेशी थी। भरोसेमंद सूत्रों के मुताबिक उनकी यह पेशी आज वीडियो कांफ्रेंसिग के जरिए होनी थी परंतु कुछ कारणों के कारण वह ना तो व्यक्तिगत तौर पर ना ही वीडियो कांफे्रसिंग के जरिए पेश हुए। इस संबंध में नामजद दोषी समूह द्वारा केस की पैरवी कर रहे प्रसिद्ध फौजधारी वकील करणजीत सिंह ने बताया कि मानयोग अदालत ने आज प्रोडक्शन वारंट जारी किया था और लंगाह को 10 नवंबर के दिन अदालत में पेश होने के लिए हुकम दिया है। स्मरण रहे कि सुच्चा सिंह लंगाह को गुरदासपुर में 13 अक्तूबर को मानयोग सीजीएम मोहित बांगस की अदालत में पेश किया गया।
जिन्होंने 14 दिन के लिए सुच्चा सिंह लंगाह को ज्यूडिशियल रिमांड पर भेजते हुए जालंधर स्थित कपूरथला की केंद्रीय जेल में तबदील कर दिया था, क्योंकि सुच्चा सिंह लंगाह के वकील कर्मजीत सिंह और एडवोकेट बसरा ने अदालत से मांग की थी कि लंगाह को केंद्रीय जेल गुरदासपुर या अमृतसर में ना रखा जाएं क्योंकि यहां सुरक्षा की कमी है और जिसके मध्यनजर अदालत ने लंगाह के वकीलों द्वारा लिखित प्रार्थना के उपरांत केंद्रीय जेल कपूरथला भेज दिया था। जिसका आज 14 दिनों का रिमांड पूरा हो गया था और लंगाह को वीडियो काफ्रेंसिंग के जरिए पेश किया जाना था परंतु वीडियो कांफ्रेंस में तकनीकी खराबी आने के कारण लंगाह की अदालत में पेशी ना हो सकी और तारीख में बढ़ौतरी कर दी गई। अब लंगाह 10 नवंबर को पुन: पेश होंगे।
उधर डीएसपी जेल इकबाल सिंह ने बताया कि सुच्चा सिंह लंगाह को अति सुरक्षा वाली बैरक में रखा गया है और बैरक के बाहर भी सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए है। जिक्रयोग है कि सुच्चा सिंह लंगाह पर पंजाब पुलिस में तैनात एक विधवा महिला ने जबरदस्ती शारीरिक संबंध बनाने के आरोपों के साथ-साथ धोखाधड़ी और धमकाने के आरोप लगाए थे।
– सुनीलराय कामरेड