शिरोमणि अकाली दल (शिअद) अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने सिख नौजवानों की कथित फर्जी मुठभेड़ में हत्याएं करने वाले पुलिसकर्मियों की जेलों से रिहाई की सिफारिश करने को लेकर पंजाब मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की भर्त्सना की है।
सुखबीर सिंह बादल ने आज यहां जारी एक बयान में कहा कि वह मुख्यमंत्री से यह जानना चाहते हैं कि सिखों के कथित हत्यारों की जेलों से रिहाई की सिफारिश कर क्या उन्होंने सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव के 550वें प्रकाश पर्व के अवसर पर सिख समुदाय को उपहार दिया है।
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उन्होंने कहा कि इन पुलिसकर्मियों को उनके अपराधों के लिये अदालतों ने सजा दी थी तथा कई मामलों में दोषियों ने अपनी सत्रा का चैथाई हिस्सा भी नहीं भुगता है। तो फिर किस आधार पर राज्य की कांग्रेस सरकार ने इन पुलिसकर्मियों की रिहाई की सिफरिश की है।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का यह कदम न्याय, इंसाफ तथा सभ्य समाज के नियमों के भी खिलाफ है। यदि अदालतों द्वारा सुनाए फैसलों के खिलाफ जाकर इस तरह दोषियों को रिहा किया जाएगा तो इससे समूची न्यायिक प्रक्रिया का मजाक बनेगा।
शिअद अध्यक्ष ने कहा कि जिन पुलिस अधिकारियों की रिहाई की राज्य सरकार ने सिफारिश की है उन्होंने सभी अपराध वर्दी में किए हैं। उन्होंने कहा कि वह बड़े स्तर पर मानवीय अधिकारों के उल्लंघन के भी दोषी हैं। इसीलिए उन्हें पूरी सजा भुगतनी चाहिए तथा कोई राहत नहीं दी जानी चाहिए।