सबसे पुरानी और बड़ी सियासी पार्टी कांग्रेस इन दिनों अपने आगामी भविष्य को लेकर तीन दिवसीय चिंतन शिविर का आयोजन कर रही है। ऐसे में पार्टी को पंजाब में एक बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस के कद्दावर नेता सुनील जाखड़ ने कांग्रेस छोड़ने का ऐलान कर दिया है।
चिंतन शिविर के बीच पार्टी को बड़ा झटका
राजस्थान के उदयपुर में जारी चिंतन शिविर के बीच कांग्रेस के लिए यह बड़ा झटका है। कांग्रेस का साथ छोड़ते हुए उन्होंने कहा कि आज कांग्रेस पार्टी खटिया पर नजर आ रही है, गुड लक एंड गुड बाय टू कांग्रेस पार्टी। बता दें कि सुनील जाखड़ ने शनिवार को अपने आधिकारिक फेसबुक पेज से लाइव होकर कांग्रेस छोड़ने का ऐलान किया। इसके अलावा पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कांग्रेस में जातिगत समीकरण को ध्यान में रखकर की जा रही राजनीति पर सवाल उठाए और आलकमान पर निशाना साधा।
सुनील जाखड़ ने इस वजह से छोड़ी पार्टी?
सुनील जाखड़ ने कहा कि पंजाब में जो कांग्रेस के इंचार्ज थे, उन्हें नोटिस न देकर हमें दिया। अगर मेरी वजह से पंजाब में सरकार नहीं बनी तो हमें निकला क्यों नहीं गया। उन्होंने पार्टी हाईकमान पर निशाना साधते हुए कहा कि नोटिस देकर मेरा क्या बिगाड़ लेंगे। चापलूसों के साथ रहना आपको मुबारक हो, लेकिन फैसले तो लीजिए। सही हो या गलत हो ये तो समय ही बताएगा। सुनील जाखड़ ने ये ऐलान ऐसे वक्त किया है, जब उदयपुर में कांग्रेस का चिंतन शिविर हो रहा है। यहां पर पार्टी के दिग्गज नेता जुटे हैं और आगे की रणनीति तय कर रहे है। 13 मई को शुरू हुआ ये शिविर तीन दिन चलेगा, जिसका आज दूसरा दिन है।
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नाराजगी से निकल कर आया ये बड़ा फैसला?
ज्ञात हो कि सुनील जाखड़ पार्टी विरोधी गतिविधियों के खिलाफ अपने खिलाफ हुई कार्रवाई को लेकर पार्टी से नाराज चल रहे थे। 68 वर्षीय नेता ने कहा कि दिल्ली में बैठे कांग्रेस नेताओं ने पंजाब में पार्टी को बर्बाद कर दिया। उन्होंने कहा कि राज्य में कांग्रेस को एक गरीब बसपा के रूप में पेश करने का भी प्रयास किया गया था। उन्होंने भावनात्मक आक्रोश में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी से कहा कि आप अपनी विचारधारा से मत हटिए।
राहुल गांधी की प्रशंसा की
इसके साथ सुनील जाखड़ ने राहुल गांधी की प्रशंसा करते हुए उन्हें एक अच्छा इंसान बताया और कहा कि वह पार्टी की जिम्मेदारी पने हाथों में ले ले, तो बेहतर होगा। सुनील जाखड़ ने राहुल गांधी को चापलूसों से खुद को दूर करने का आग्रह किया। वहीं, उन्होंने गुड लक और अलविदा कांग्रेस कहते हुए अपनी बातें समाप्त की।
गौरतलब है कि जाखड़ पिछले काफी समय से पार्टी विरोधी लाइन पर चल रहे थे, जिन्हें उनके "पार्टी विरोधी" बयानों के लिए कारण बताओ नोटिस दिया गया था, उन्होंने कारण बताओ नोटिस का जवाब नहीं दिया। इससे पहले कि अनुशासन विरोधी समिति ने उन्हें सर्वदलीय पदों से हटाने का फैसला किया।