पंजाब में विधानसभा चुनाव से पहले फिर एक बार कांग्रेस पार्टी में हलचल शुरू हो गयी है। कांग्रेस की कैंपेन कमेटी के चेयरमैन और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने दावा किया कि जब कैप्टन अमरिंदर सिंह को हटाया गया तब उन्हें सीएम पद के लिए 42 विधायकों का समर्थन हासिल हुआ था। जाखड़ के इस दावे पर बीजेपी की ओर से भी प्रतिक्रिया सामने आई है।
दरअसल, जाखड़ ने प्रचार अभियान के दौरान एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि, ''इस बात को कोई दुख नहीं है। जो होता है सही होता है। मुझे कोई दुख नहीं है। 40 नहीं बल्कि 42 विधायकों ने मेरे समर्थन में वोट किया था। सुनील जाखड़ को 42 वोट मिले थे।''
उन्होंने दावा किया कि सिद्धू को सिर्फ 6 विधायकों का समर्थन मिला था। पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ''सुखजिंदर रंधावा को 16 वोट मिले। परनीत कौर के समर्थन में 12 विधायक थे। नवजोत सिंह सिद्धू को 6 वोट मिले। चरणजीत सिंह चन्नी को दो वोट मिले थे।''
कांग्रेस का ये कोई नया रवैया नहीं : BJP
जाखड़ के इस दावे पर बीजेपी नेता और केंद्रीय राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा कि ये कांग्रेस का कोई नया रवैया नहीं है, जब नेहरू जी अध्यक्ष बने थे तब उनके हक में कौन था तब सभी पटेल जी के हक में थे। जब पटेल जी का सम्मान नहीं किया गया तो जाखड़ जी की बात अलग है?