केंद्र सरकार के किसान से संबंधित दो बिल के लोकसभा में पास होने के विरोध में मोदी सरकार में मंत्री हरसिमरत कौर ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। पंजाब कांग्रेस ने हरसिमरत के इस्तीफे को मज़बूरी बता दिया। इसके साथ ही पार्टी ने कहा कि इस घटनाक्रम के बाद हरसिमरत ने एनडीए में अपना सम्मान भी खो दिया।
हरसिमरत कौर के इस्तीफे पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए पंजाब कांग्रेस प्रमुख सुनील जाखड़ ने कहा, यह एक मजबूरी थी, यह किसानों के लिए किसी भी प्यार से बाहर नहीं थीं। 4 महीने तक उन्होंने किसानों को मूर्ख बनाने की कोशिश की, लेकिन खुद को हंसी का पात्र बना लिया। मुझे लगता है कि लोगों ने इसे देखा है।
जाखड़ ने कहा कि इस प्रक्रिया में उन्होंने एनडीए में अपना सम्मान भी खो दिया। संक्षेप में, क्योंकि किसानों से उनका कोई वास्ता नहीं है, मोदी जी ने उन्हें डंप करना ठीक समझा क्योंकि किसानों के समर्थन के बिना शिरोमणि अकाली दल उनके लिए बोझ नहीं है।
गौरतलब है कि हरसिमरत कौर ने लोकसभा में विधेयकों के पारित होने से महज कुछ ही घंटे पहले ट्वीट किया था, ‘‘मैंने किसान विरोधी अध्यादेशों और विधेयकों के विरोध में केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया है। किसानों की बेटी और बहन के तौर पर उनके साथ खड़े होने पर गर्व है।’’
लोकसभा ने गुरुवार को कृषि उपज व्यापार और वाणिज्य (संवर्द्धन और सुविधा) विधेयक, कृषक (सशक्तीकरण एवं संरक्षण) कीमत आश्वासन समझौता और कृषि सेवा पर करार विधेयक पारित कर दिया था। आवश्यक वस्तु (संशोधन) विधेयक पहले ही पारित हो चुका है।