लुधियाना- अमृतसर : तख्त पटना साहिब प्रबंधकीय बोर्ड क अध्यक्ष और वरिष्ठ अकाली नेता अवतार सिंह हित को सिखों के सर्वोच्च मीरी-पीरी के धार्मिक स्थल श्री अकाल तख्त साहिब से आज तनख्वाईया करार किया गया। पांच सिंह साहिबान की बैठक में लिए गए फैसले के अनुसार अवतार सिंह हित, 7 दिन तख्त पटना साहिब में हर रोज एक एक घंटा संगत के जोड़े साफ करने और लंगर के जूठे बर्तन साफ करने के अतिरिक्त संगत में बैठ कर कीर्तन श्रवण करेंगे। इसी प्रकार 5 दिनों तक सचखंड श्री हरिमंदिर साहिब अमृतसर और श्री अकाल तख्त साहिब में एक- एक घंटा इलाही कीर्तन श्रवण करने के अतिरिक्त संगत के जोड़े और जूठे बर्तन भी साफ करते हुए धार्मिक सेवा निभाएंगे।
सेवा दौरान दोनों पावन स्थानों पर हित की ओर से श्री गुरु ग्रंथ साहिब के प्रकाश के दौरान हाजिरी भरी जाएगी और हुकमनामे श्रवण किए जाएंगे। सेवा पूरी होने के बाद एक एक अखंड पाठ साहिब आरंभ करवाएंगे और बाणी श्रवण करेंगे। दोनों पावन स्थानों पर 5100 — 5100 रूपये की कडा़ह प्रसाद की तेग करवा कर खिमा के लिए अरदास करवाई जाएगी।
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श्री अकाल तख्त साहिब से श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने आदेश जारी करते हुए कहा कि जब तक अवतार सिह हित लगाई गई धार्मिक सजा को पूरी न कर लेते और क्षमा की अरदास नहीं कर लेते तब तक वह किसी भी धार्मिक स्टेज से नहीं बोल सकेंगे। न ही अपने प्रबंधकीय काम काज देख सकेंगे। जब तक हित अपनी धार्मिक सजा निभाएंगे उनके साथ कोई भी कमेटी का सदस्य या कर्मचारी अधिकारी सेवा या किसी भी अन्य काम में सहयोग नहीं करेंगा।
कई वर्षों के बाद पहली बार हुआ है कि अवतार सिह हित के मामलें में पांच सिंह साहिबान ने हित की शिकायत के मामले की सुनवाई बंद कमरे में नहीं की बल्कि हित ने संगत के बीच बैठ कर श्री अकाल तख्त साहिब के समक्ष अपनी गलती को स्वीकार किया। सिंह साहिब ज्ञानी हरप्रीत सिह ने अवतार सिंह हित से पूछा कि उनके ऊपर आरोप है कि उन्होंने 13 जनवरी को गुरू गोबिंद सिंह जी के प्रकाश पर्व के दौरान 3 दिवसीय गुरूमति समागम में गुरूद्वारा शीतलकुंड की नई इमारत के नींव पत्थर रखते समय बिहार के मुख्यमंत्री नीतिश कुमार के लिए उन समानतुल्य शब्दों का उपयोग किया है जिन शब्दों का उपयोग सिख कौम अरदास के लिए वाहेगुरु के समक्ष करती है।
सिंह साहिब ने दूसरा आरोप पढ़ कर सुनाते हुए हित को कहा कि हित ने सोशल मीडिया पर यह भी एलान किया था कि अगर अकाल तख्त उनको तलब भी कर लेगा तो क्या होगा? अवतार सिंह हित ने संगत में हाथा जोड़ कर इन दोनों गल्तियों को स्वीकार कर लिया और कहा कि उनसे गलती से यह भारी भूल हो गई है। इस लिए वह श्री अकाल तख्त साहिब पर गुरु और संगत के समक्ष माफी मांगने आया है।
श्री अकाल तख्त साहिब से उसे जो भी हुकम होगा, वह स्वीकार होगा। इस के बाद श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह और अन्य सिंह साहिबान , तख्त श्री केसगढ साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघुबीर सिंह, श्री हरिमंदिर साहिब के ग्रंथी ज्ञानी गुरकमिंदर सिंह , श्री अकाल तख्त साहिब के दो प्यारों ज्ञानी भाग सिंह और ज्ञानी कुलवंत सिह के साथ श्री अकाल तख्त साहिब पर बैठक कर सलाह मश्विरा किया और इस के बाद ज्ञानी हरप्रीत सिह ने , अवतार सिह हित को श्री अकाल तख्त साहिब की गैलरी से धार्मिक सजा सुनाई।
– सुनीलराय कामरेड