लुधियाना-पटियाला : पटियाला की केंद्रीय जेल में लंबे समय से संखीचों के पीछे फांसी की सजायाफता आतंकी बलवंत सिंह राजोवाना सोमवार से अपनी रिहाई को लेकर भूख हड़ताल पर बैठेंगे। इस बात की जानकारी राजोवाना की बहन कमलदीप कौर ने उनसे मुलाकात के पश्चात मीडिया को दी। राजोवाना ने यह ऐलान शिरेामणि कमेटी द्वारा फांसी की सजा को उम्रकैद में राष्ट्रपति के पास तबदील करने वाली अपील की पैरवी ना किए जाने के कारण की है।
इस संंबंंध में राजोवाना ने पटियाला जेल के सुपरीटेंड केा बाकायदा एक खत के जरिए सूचित किया है जिसमें लिखा है कि शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी ने फांसी की सजा से संबंधित देश के महामहिम के पास 28 मार्च 2012 को अपील की थी और उस अपील पर कोई भी कार्यवाही ना किए जाने के रोष स्वरूप वह 16 जुलाई से भूख हड़ताल करेंगे।
स्मरण रहे कि भाई बलवंत सिंह राजोवाना पंजाब के मुख्यमंत्री स. बेअंत सिंह की हत्या किए जाने के कारण 22 दिसंंबर 1995 को गिरफतारी के उपरांत अब तक जेल में है और इस केस की चंडीगढ़ सेशन कोर्ट में राजोआना को 31 जुलाई 2007 को फांसी पर लटकाए जाने की सजा सुनाई थी और इसी संंबंध में सेशन कोर्ट ने मार्च 2012 में डैथ वारंट जारी करके 31 मार्च 2012 को भाई राजोवाना केा फांसी दे देने का हुकम सुनाया था।
इस दौरान पंजाब की सडक़ों पर हजारों की संख्या में सिख युवकों ने रोष प्रदर्शन करके फांसी के फैसले का विरोध किया था। उसी वक्त एसजीपीसी ने तत्कालीन राष्ट्रपति के पास अपील दायर करते हुए राजोवाना की फांसी पर रोक लगाने और फांसी की सजा को उम्रकैद में तबदील किए जाने की मांग की थी। जबकि राष्ट्रपति ने राजोवाना की फांसी पर रोक लगाकर इस अपील पर अगली कार्यवाही करने के लिए केंद्रीय गृहमंत्रालय को भेज दिया था।
राजोवाना के मुताबिक उस वक्त से यानी 6 साल 4 महीने से यह अपील गृहमंत्रालय के पास विचारनीय है और अब मेरे द्वारा कई बार निवेदन किए जाने के बावजूद शिरेामणि कमेटी उस अपील की पैरवी करने से मुकर रही है।
राजोवाना ने शिरेामणि कमेटी और अकाली दल पर समस्त खालसा पंथ की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने के आरोप लगाए है। राजोवाना ने कहा कि उसकी भूख हड़ताल तब तक जारी रहेंगी जब तक शिरोमणि कमेटी अपील की कोई कार्यवाही नही करती या उस अपील को वापिस ले ले।
– सुनीलराय कामरेड