लुधियाना : पंजाब के औद्योगिक नगर लुधियाना के ताजपुर रोड़ पर स्थित केंद्रीय जेल में आज उस वक्त हिंसक हंगामे के उपरांत जेल की सुरक्षा में लगी खाकी वर्दीधारीयों और खूंखार सजायाफता दर्जनों कैदियों के बीच खूनी झड़प हो गई, जिसमें पुलिस के एक उच्च अधिकारी समेत कई जवानों के घायल होने की खबर है। जबकि इसी घटना में अनगिनत कैदियों के घायल होने का भी पता चला है।
इसी घटना के बारे में अधिकारिक तौर पर कोई भी जेल अधिकारी का बयान सरकारी तौर पर जाहिर नहीं हुआ जबकि लुधियाना के डिप्टी कमीश्रर प्रदीप अग्रवाल के मुताबिक जेल के अंदर घटित घटना के बारे में पुष्टि हुई है।
डिप्टी कमीश्रर प्रदीप अग्रवाल ने माना कि बीती रात जेल के अंदर सजायाफता एक कैदी की मौत हुई थी, जिसकी मौत का समाचार सुनते ही अधिकांश कैदी आज सुबह जेल की डियोड़ी में इकटठे हेा गए और उन्होंने यकायक पुलिस मुलाजिमों पर हमला कर दिया। उन्होंने बताया कि यह कैदी जेल प्रशासन से सहूलते ना देने के दोष लगा रहे थे।
इस झड़प में कुल 10 लोगों के जख्मी होने की उन्होंने पुष्टि की है, जिनमें 5 कैदी और 5 पुलिस मुलाजिम बताएं जा रहे है। जिन्हें भारी सुरक्षा बंदोबस्त के तहत शहर के अलग-अलग अस्पतालों में इलाज हेतु दाखिल करवाया गया है।
इसी बीच दूसरी तरफ जेल की सलाखों के पीछे बंद चोर-उचक्कों और खूंखार कैदियों ने अपने-अपने मोबाइल के जरिए जेल के अंदर के हंगामे और कई राउंड गोलियां चलने के वीडियो सोशल मीडिया पर जारी करते हुए समस्त दास्तां बयां की है। जबकि जेल के उच्च अधिकारियों को झगड़ा कर रहे लोगों को देखते ही गोली मारने के आदेश जारी कर दिए।
जेल में कैदी की मौत के बाद भडक़े थे अन्य कैदी- डिप्टी कमीश्रर
प्राप्त जानकारी के मुताबिक यह भी पता चला है कि जेल के अंदर हुए इस हंगामे के बीच सुरक्षा व्यवस्था की अफरा-तफरी के माहौल का फायदा उठाते हुए दर्जनों कैदियों के फरार होने की खबर है। खबर लिखे जाने तक आधा दर्जन के करीब कैदियों को अलग-अलग स्थानों से दबोचकर दुबारा जेल की सलाखों के पीछे पहुंचा दिया गया है।
उधर लुधियाना सेंट्रल जेल में चल पड़ी गोलियां कैदियों की तरफ से लेकिन पुलिस ने जवाबी कार्रवाई भी कर रही है अब देखना यह होगा कि कब तक पुलिस इन कैदियों को पकड़ पाएगी और आपको यह भी बता दें कि जब यह फायरिंग हो रही तब 9 कैदी जेल से भाग गए थे जिन्हें पुलिस ने पकड़ लिया है।
लुधियाना केंद्रीय जेल में वह हंगामा बीती रात एक कैदी की मौत के चलते आक्रोशित कैदियों ने आज सुबह जेल में हंगामा किया था और इस दौरान जेल की रसोई में पड़ें गैस सिलेंडरों को कब्जे में लेने की कोशिश की गई। जिन्हें वक्त की नजाकत समझते ही मौके पर मोजूद सुरक्षा कर्मियों ने बचा लिया।
इसी बीच एक गाड़ी को कैदियों ने आग के हवाले कर दिया गया। इस घटना में 5 पुलिस कर्मचारी, जिसमें एक एसीपी रैंक का अधिकारी भी शामिल है, जख्मी हो गए। जबकि जख्मी कैदियों की संख्या का अभी तक अधिकारी तो खुलासा नहीं किया गया है।
डिप्टी कमिश्नर लुधियाना प्रदीप कुमार अग्रवाल के मुताबिक बिगड़े हालातों की सूचना मिलते ही पुलिस और प्रशासन के अधिकारी को सुरक्षा बल मौके पर पहुंचे और हालात अभी नियंत्रण में है। कैदियों को भारी सुरक्षा बंदोबस्त के तहत उनके बैरकों में भेज दिया गया है।
उन्होंने खुलासा किया कि आमतौर पर जेल में रसोई को कैदी ही चलाते हैं। कैदियों द्वारा हंगामे के बाद उन्होंने रसोई में गैस सिलेंडर कब्जे में लेने की कोशिश की। इस दौरान कथित तौर पर एक गाड़ी को भी आग के हवाले कर दिया गया। जबकि वीडियो को लेकर हमने कहा कि हंगामे के दौरान कई अधिकारी अपने मोबाइल लेकर अंदर चले गए थे शायद किसी अधिकारी ने अंदर के हालातों का वीडियो बनाया हो।
पहले आशंका जताई जा रही थी कि कैदी की फायरिंग में मौत हुई है, लेकिन बाद में स्थिति पर काबू पाने के बाद डीसी ने बताया कि कैदी की नेचुरल डेथ हुई थी, जिस कारण कैदी भडक़ेेे। इस बीच, जेल मंत्री सुखजिंदर रंधावा ने एडीजीपी जेल रोहित चौधरी से पूरे घटनाक्रम की जानकारी मांगी है। जेल मंत्री ने जेल में दो सिलेंडर फटने की बात भी कही है।
फायरिंग में मारे गए व्यक्ति की पहचान संदीप सूद के रूप में हुई है। फायरिंग के बीच कई कैदियों ने जेल से भागने की कोशिश की। यह कैदी दीवार फांदकर भागने की कोशिश कर रहे थे। बताया जा रहा है कि नौ कैदी भागने में कामयाब हो गए हैं। भाग रहे चार कैदियों को पकड़ लिया गया है।
मृतक कैदी के शव को पोस्टमार्टम के लिए सिविल अस्पपताल में रखा गया है। क ैदी की छाती मेें गोली लगी है। चार अन्य घायलों को सिविल में दाखिल करवाया गया है। यहां पर पुलिस फोर्स को तैनात किया गया है। इमरजेंंसी में किसी को नहीं जाने दिया जा रहा है।
जेल मंत्री सुखजिंदर रंधावा ने सेंट्रल जेल में हुए घटनाक्रम पर एडीजीपी जेल रोहित चौधरी से जानकारी मांगी है।रंधावा ने फिर दोहराया कि हाई प्रोफाइल जेलों में सीआरपीएफ लगाई जानी चाहिए। कहा कि जेल के अंदर वर्क कल्चर खत्म हो गया है।
जेल मंत्री ने कहा कि स्थिति पर नियंत्रण के लिए गोली जेल कर्मचारी ने चलाई। एक कैदी द्वारा घटनाक्रम को फेसबुक पर लाइव करने पर उन्होंने कहा कि जेल में मोबाइल होने से की बात से इन्कार नहींं किया जा सकता।
– सुनीलराय कामरेड