लुधियाना-अमृतसर : पंजाब में बहुचर्चित चीफ खालसा दीवान के उम्रदराज प्रधान चरणजीत सिंह चडढा द्वारा अपनी बेटी से भी कम उम्र की एक महिला प्रिंसीपल के साथ अश्लील हरकतें करने पर उनके पुत्र इंद्रबीर सिंह चडढा द्वारा महिला को धमकियां देने के आरोपों के तहत अमृतसर पुलिस ने आईपीसी धारा 354, 354-ए, 506, 509, 67, 67-ए आईटी एक्ट के अधीन मामला दर्ज कर लिया है। स्मरण रहे कि पीडि़त महिला प्रिंसीपल द्वारा डीजीपी पंजाब पुलिस और अमृतसर पुलिस कमीश्रर को इस संबंध में एक लिखित शिकायत दर्ज कराई थी।
जबकि सूत्रों के मुताबिक चर्चा है कि दोषी विदेश फरार हो चुके है। चीफ खालसा दीवान सिख पंथ की 115 साल पुरानी संस्था है जिसका मुख्य कार्य सिख पंथ के विकास के लिए पाठी, ग्रंथी, रागी, ढाढी और कविसर भर्ती करके प्रचार करना था परंतु आज पंथ दीवान पूरी तरह सिमट कर रह गया है। चडढा की 4 दिन पहले 2.06 मिनट की अश्लील वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के पश्चात पीडि़त प्रिंसीपल ने पंजाब पुलिस से शिकायत करते हुए इंसाफ की मांग की थी। पीडि़त औरत ने डीजीपी क ो दी शिकायत में कहा था कि चडढा का व्यवहार उसके प्रति एकदम बदल गया था और अकसर वह गलत नजर से देखने लगा था। पीडि़त महिला प्रिंसीपल ने अश£ील वीडियो पर स्पष्टीकरण भी दिया है कि चडढा उसे पहले अकसर बेटी कहकर संबोधित करता था। बाद में उसका व्यवहार बदल गया।
औरत ने यह भी आरोप लगाए कि वह उसके साथ जबरी नाजायज संबंध बनाने के लिए कहता था और मना करने पर उसे मार देने की धमकियां देता था। स्मरण रहे कि एक दिन पहले ही श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी गुरबचन सिंह ने अश£ील वीडियो के मामले पर संज्ञान लेते हुए चीफ खालसा दीवान के अध्यक्ष चरणजीत सिंह चडढा को खालसा दीवान समेत अलग-अलग सिख धार्मिक संस्थाओं पर निभाई जा रही जिम्मेदारी से मुक्त कर दिया है।
उधर सूत्रों के मुताबिक चडढा अपने इंद्रप्रीत सिंह व परिवार समेत मसकट रवाना हो चुके है। दूसरी तरफ सिख सदभावना दल के प्रमुख भाई बलदेव सिंह वडाला का कहना है कि एक महिला के साथ छेड़छाड़ का मामला चाहे दर्ज करके इंसाफ दिलाने की कार्यवाही की गई हैपरंतु उन्होंने पुलिस कमीश्रर से अपील की है कि चडढा के खिलाफ धार्मिक भावना के साथ खिलवाड़ करने का मामला भी दर्ज किया जाएं क्योंकि चडढा ने गुरू का अमृत ग्रहण करके पांचों काकरों (सिखी चिन्हों) की बेअदबी की है। उन्होंने कहा कि अगर पुलिस ने कोई कार्यवाही ना की तो वह हाईकोर्ट में मामला दर्ज करवाने के लिए अपील करेंगे क्योंकि सिख रहित मर्यादा के तहत एक अमृतधारी सिख द्वारा छेड़छाड़ करना तो बहुत दूर की बात है और पराई महिला के बारे में मन में गलत सोचना भी सजा के योगय है। परंतु चडढा ने सभी हदें पार की है।
– सुनीलराय कामरेड
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