लुधियाना-बरगाड़ी: सरबत खालसा के सिंह साहिबान द्वारा बरगाड़ी बेअदबी, बहिबल गोलीकांड के आरोपियों को सजा दिलवाने के लिए और जेलों में बंद सिंहों की रिहाई करवाने की खातिर बरगाड़ी की दानामंडी में 1 जून से लगातार चल रहे इंसाफ मोर्चे को उस वक्त बल मिला जब उनके समर्थन के लिए आएं बामसेफ़ के राष्ट्रीय प्रधान वामन मेशऱाम ने चेतावनी दी है कि अगर सूबा सरकार ने सजाएं पूरी कर चुके बंदी सिंहों की रिहाई और बेअदबी कांड से संबंधित मांगे मानने में ढीली कार्यवाही की तो वे देश के 500 जिलों में सूबा सरकार के विरूद्ध बड़ा आंदोलन छेडऩे में गुरेज नहीं करेंगे। इंसाफ मोर्चा का पंथक आंदोलन जो आज 22वे दिन में दाखिल हो चुका है।
इंसाफ मोर्चे के लिए चब्बे की पावन धरती पर 2015 में हुए सरबत खालसा में श्री अकाल तख्त साहिब के कार्यकारिणी जत्थेदार चुने गए सिंह साहिबान भाई ध्यान सिंह मंड के साथ कई सिख संगठनों के प्रतिनिधि भी इंसाफ प्राप्ति के लिए मोर्चे पर डटे हुए है।
तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार भाई बलजीत सिंह दादूवाल और तख्त केसगढ़ साहिब के जत्थेदार भाई अमरीक सिंह अजनाला ने मोर्चे पर पहुंच रही पड़ी संख्या में संगत का धन्यवाद किया और कहा कि जहां एक तरफ सिख पंथ मोर्चे की सफलता के लिए हर प्रकार की कुर्बानी देने की तैयारी में है, वही कुछ लोग सियासी रोटियां सेंकते हुए पंजाब की आंखों में धूल डालकर लंबा राज करने वाले बादल की बहू हरसिमरत कौर बादल बौखलाहट में आकर गलत बयानबाजी कर रही है और केंद्र में अपने साथियों के साथ जाकर मोर्चे के खिलाफ साजिशें रचा रही है।
पंजाब सरकार में प्रतिपक्ष नेता सुखपाल सिंह खेहरा अपने 8-10 विधायकों के साथ बरगाड़ी में इंसाफ मोर्चे पर 2 बार समर्थन देने के लिए शामिल हुए थे, जो बादल समर्थकों को हजम नहीं हो रहा और बादल इंसाफ मोर्चा और सहयोगियों के बारे में अर्थहीन बयानबाजी कर रहे है। भाई बलजीत सिंह दादूवाल ने बादल पर आरोप लगाएं कि वह केंद्र सरकार और पंजाब सरकार पर दबाव बनाकर इसी कोशिश में है कि सरबत खालसा के जत्थेदारों द्वारा लगाएं गए इंसाफ मोर्चे की कोई भी मंाग ना मानी जाएं। दोनों जत्थेदारों ने ऐसी कार्यवाही से बाज आने की चेतावनी देते हुए कहा कि वे लोमड़ी वाली चालों को पंथ कभी बरदाश्त नहीं करेगा।
आज पत्रकारों से बातचीत करते हुए वामन मेशऱाम ने कहा कि वह हालांकि सिख नहीं है परंतु 84 से ले कर सिखों के साथ जोभी धक्केशाही और नसलकुशी होती रही है, सब जानते है, इसी लिए बरगाड़ी की धरती पर इंसाफ मोर्चे के समर्थन में वह आएं है।
इस दौरान अकाली दल अमृतसर के राष्ट्रीय प्रधान और पूर्व सांसद सिमरनजीत सिंह मान ने भी बरगाड़ी कांड को लेकर बनाई गई 6 सदस्यीय कमेटी का जिक्र करते हुए कहा कि कमेटी ने 3 साल पहले ही दोषियों का पर्दाफाश कर दिया था, परंतु तत्कालीन सरकार ने मामले को दबाने के साथ-साथ निर्दोष सिख नौजवानों पर जुल्म किए थे और सही दोषियों की गिरफतारी से बचते रहे किंतु आज सच्चा सौदा से संबंधित दर्जनों डेरा प्रेमियों केा पुलिस ने हिरासत में लिया है। अब पर्दा गिरना ही बाकी है।
– सुनीलराय कामरेड
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