लुधियाना-अमृतसर : पंजाब सरकार के 3 केबिनेट मंत्री सुखजिंद्र सिंह रंधावा, ओम प्रकाश सोनी और चरणजीत सिंह चन्नी द्वारा आज सिखों की सर्वोच्च धाॢमक संस्था श्री अकाल तख्त साहिब सचिवालय में जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह और शिरोमणि कमेटी के प्रधान भाई गोबिंद सिंह लोंगोवाल से मुलाकात की गई। इस मुलाकात के दौरान उन्होंने प्रथम गुरू श्री गुरूनानक देव जी से संंबधित 550वें प्रकाश पर्व को संयुक्त रूप से मनाने के लिए चर्चा की।
इस मुलाकात संबंधित ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने बताया कि की गई बातचीत के मुताबिक 550वें प्रकाश पर्व समागम संबंधित गुरूद्वारा साहिबान के अंदर के प्रबंध शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा किए जाएंगे और बाहरी समागमों का प्रबंध पंजाब सरकार द्वारा शिरोमणि कमेटी के सहयोग के साथ पूर्ण किए जाएंगे। इस अवसर पर सिंह साहिब के साथ शिरोमणि कमेटी के प्रधान भाई गोबिंद सिंह लोंगोवाल के अतिरिक्त एसजीपीसी की पूर्व प्रधान बीबी जगीर कौर और पूर्व अकाली मंत्री जत्थेदार तोता सिंह, गुरू की नगरी अमृतसर के डिप्टी कमीश्रर स. शिव दुलार ढिल्लो समेत अन्य सिख आगु मोजूद थे।
इस अवसर पर पत्रकारों से बातचीत करते श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने कहा कि श्री गुरूनानक देव जी समस्त दुनिया के लिए सर्व सांझे रहबर थे और उनका 550वां प्रकाश पर्व सिख जगत और गुरूनानक नामलेवा संगत द्वारा मिलजुलकर मनाया जाएंगा। उन्होंने यह भी कहा कि यह अच्छी बात है कि श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा दिए गए आदेशों की पालना करते यह इतिहासिक दिवस गुटबाजी और पार्टीबाजी से ऊपर उठकर मनाने के लिए शिरोमणि कमेटी और पंजाब सरकार ने यत्न शुरू किए है।
उन्होंने कहा कि धार्मिक समागमों की जिम्मेदारी शिरोमणि कमेटी निभाएंगी और समस्त धड़ों को एकजुटता के साथ इन समागमों को यादगार बनाने हेतु योगदान डाला जाएंगा। उन्होंने कहा कि देश-विदेश से बड़ी संख्या में संगत नतमस्तक होगी और जिनकी रिहाइश, लंगर, पार्किग आदि समेत सभी प्रबंध संयुक्त रूप से किए जाएंगे।
इस दौरान श्री अकाल तख्त के प्रधान गोबिंद सिंह लोंगोवाल ने कहा कि श्री गुरूनानक देव जी के प्रकाश पर्व समय सभी समागम श्री अकाल तख्त साहिब की अध्यक्षता में कौमी एकजुटता से होंगे। इस दौरान जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह और शिरोमणि कमेटी के प्रधान गोबिंद सिंह लोंगोवाल द्वारा पंजाब के केबिनेट मंत्रियों समेत अन्य मोजूद शख्सियतों को गुरू की बख्शीश सिरौपा देकर सम्मानित किया गया।
– सुनीलराय कामरेड