लुधियाना-अमृतसर : शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी और पंजाब सरकार की सुलतानपुर लोधी में धार्मिक समागमों को लेकर हो रही तनातनी के बीच एसजीपीसी के प्रधान भाई गोबिंद सिंह लोंगोवाल ने आज पंजाब के मुख्यमंत्री केप्टन अमरेंद्र सिंह को अपील की है कि वह श्री गुरू नानक देव जी के 550वे प्रकाश पर्व मनाने के लिए संयुक्त समागम हेतु श्री अकाल तख्त साहिब द्वारा किए गए आदेशों को माने। उन्होंने यह भी कहा कि पंजाब सरकार द्वारा शिरोमणि कमेटी को आदेश नहीं देना चाहिए कि 550वां प्रकाश पर्व कैसे मनाया जाएं, बल्कि तालमेल कमेटी द्वारा विचार करना चाहिए।
भाई लोंगोवाल ने कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब के ताजे आदेश के मुताबिक तालमेल कमेटी की 17 सितंबर को श्री अमृतसर में एक बार फिर पुन: बैठक रखी गई है और मुख्यमंत्री इसमें अपने प्रतिनिधियों को भेजने के लिए संजीदगी दिखाएं। लोंगोवाल के मुताबिक श्री अकाल तख्त साहिब के निर्देशों के अनुसार शिरोमणि कमेटी, राज्य सरकार के साथ सहयोग करने की पहले भी पूरी कोशिश कर चुकी है।
उन्होंने कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह द्वारा एक तालमेल कमेटी बनाने के दिए गए सुझाव के उपरंात शिरोमणि कमेटी ने 2 बैठके बुलाई थी, किंतु सरकार की तरफ से कोई उचित जवाब नहीं आया। इससे पहले शिरोमणि कमेटी ने मुख्यमंत्री को बातचीत के लिए कई पत्र लिखे थे और व्यक्तिगत तौर पर मिलने की अपील की थी, किंतु इसका कोई असर नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि सरकार का ऐसे गैर जिम्मा व्यवहार 550वे प्रकाश पर्व समागमों को संयुक्त तौर पर मनाने के रास्ते में रूकावट है।
भाई लोंगोवाल ने अफसोस जाहिर करते कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब और सिख संगत की भावनाओं को समझना और उसके मुताबिक कार्यवाहीकरने की बजाए मुख्यमंत्री ऐसे बयान देकर शिरोमणि कमेटी के अधिकार क्षेत्रों को सीमित करने की कोशिशें कर रहे है, कि शिरोमणि कमेटी सिर्फ गुरूद्वारा साहिब के अंदर ही समागम कर सकती है।
उन्होंने कहा कि संयुक्त समागम का मतलब कांग्रेस पार्टी की अगुवाई वाला सरकारी समागम नहीं है। उन्होंने सीएम पंजाब को ऐसा अडिय़ल व्यवहार छोडऩे की अपील करते कहा कि श्री अकाल तख्त साहिब का सम्मान करने का मतलब सिखों की इस सर्वोच्च संस्था द्वारा दिए गए सुझाव और निर्देशों का सम्मान करना भी होता है।
उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने यह गलत बयान दिया है कि राज्य सरकार शिरोमणि कमेटी के साथ सहयोग कर रही है जबकि सच्चाई कुछ और है। भाई लोंगोवाल ने कहा कि सबकुछ सामने है कि किस प्रकार सरकार ने तालमेल कमेटी के लिए अपने प्रतिनिधि बार-बार भेजने के लिए खत लिखे और अपीलों को नजरअंदाज किया गया।
लोंगोवाल के मुताबिक दुनियाभर में बैठी संगत चाहती है कि सिख भाईचारा इन समागमों को एकजुट होकर मनाएं लेकिन पंजाब सरकार स्वयं इस समागमों का मुख्य कर्ताधर्ता बनने पर तुली है और यह सब गुरू साहिब की शिक्षाओं और सिख धर्म के सिद्धांतों के खिलाफ है। मुख्यमंत्री को एक बार फिर अपील करते लोंगोवाल ने सांझी तालमेल कमेटी की 17 सितंबर को होने वाली बैठक में अपने प्रतिनिधि भेजने के लिए कहा, ताकि समूची सिख संगत द्वारा प्रकाश पर्व मनाया जा सकें।
– सुनीलराय कामरेड