लुधियाना : पंजाब पुलिस द्वारा लोक इंसाफ पार्टी के प्रमुख और हलका आत्मनगर लुधियाना से चुने गए विधायक सिमरजीत सिंह बैंस की सुरक्षा वापिस ले ली गई है। पुलिस द्वारा उन्हें दिए गए 4 अंगरक्षक वापिस बुलाए गए और पुलिस अधिकारियों द्वारा उनके अंगरक्षकों को अपनी उपस्थिति पुलिस लाइन में देने की हिदायत दी गई है। विधायक बैंस ने पिछले दिनों पटियाला की सब्जी मंडी में निहंग सिंहों और पुलिस मुलाजिमों की हुई मुठभेड़ संबंधी कुछ आपतिजनक टिप्पणियां की थी, जिसके पश्चात उनका कांग्रेसी मंत्रियों द्वारा लगातार विरोध हुआ था।
दरअसल, बैंस ने पटियाला की सब्जी मंडी में हुई घटना के लिए पुलिस को दोषी ठहरा दिया था। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर लुधियाना के विधायक सिमरजीत सिंह बैंस ने कहा था कि बीते दिनों पुलिस ने लोगों के साथ जैसा सुलूक किया, यह उसकी प्रतिक्रिया थी। वीडियो में बैंस ने उल्टा सवाल दाग दिया कि जांच इस एंगल से होनी चाहिए कि आखिरकार निहंगों को कृपाण क्यों निकालनी पड़ी। बलविंदर बैंस ने इसे सरकार की तानाशाही बताया है। फिलहाल विधायक की सुरक्षा से चार कर्मचारियों व हटाया गया है और जिप्सी को वापस नहीं लाया गया है।
लोकइंसाफ पार्टी के विधायक सिमरजीत सिंह बैंस ने पटियाला में पुलिस अफसरों पर हुए निहंगों के हमले का समर्थन किया था तो पंजाब के कैबिनेट मंत्रियों ने कड़ा विरोध करते हुए बैंस के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने की मांग की थी।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक सिमरजीत सिंह बैंस के विवादित बयान के बाद कैबिनेट मंत्री तृप्त राजिंदर सिंह बाजवा, सुखजिंदर सिंह रंधावा, बलबीर सिंह सिद्धू, विजय इंदर सिंगला और अरुणा चौधरी ने निंदा करते हुए कहा कि अगर पंजाब पुलिस पर विश्वास नहीं हो तो विधायक सिमरजीत सिंह बैंस को पुलिस का सुरक्षा प्रबंध छोड़ देना चाहिए। पंजाब सरकार के मंत्रियों ने बैंस से माफी मांगने की भी मांग की थी। राज्य सरकार के मंत्रियों का कहना है कि पूरा देश व पंजाब कोरोना वायरस के संकट से जूझ रहा है। पुलिस के कर्मचारी व अधिकारी अपनी जान जोखिम में डालकर लोगों को बचाने व समझाने का प्रयास कर रहे हैं, ऐसे समय में कुछ नेता राजनीति कर रहे हैं।
लोकइंसाफ पार्टी के विधायक सिमरजीत सिंह की विवादित प्रतिक्रिया पर लोगों ने सोशल मीडिया पर जमकर भड़ास निकाली है। सोशल मीडिया पर बैंस अलग-थलग पड़े दिखे। फेसबुक व वाट्सएप ग्रुपस पर आए मैसेज व कमेंट में लोगों ने विधायक की प्रतिक्रिया पर नाराजगी दिखाई।
सुनीलराय कामरेड