लुधियाना : देश की अलग-अलग जेलों में सलाखों के पीछे बंद सजायाफता सिख कैदी – आतंकियों की रिहाई की खबरों के दौरान ‘स्वागत और विरोधता’ के स्वरों के बीच पंजाब की सियासत गर्माई हुई है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या में शामिल बब्बर खालसा के बलवंत सिंह राजोआना की फांसी की सजा को उम्र कैद में बदलने का महत्वपूर्ण फैसला लिया है। इसके अलावा आठ अन्य की रिहाई के आदेश दे दिए गए हैं।
एसजीपीसी समेत सिख संगठनों ने केंद्रीय गृहमंत्रालय द्वारा कुछ चुनिंदा पूर्व आतंकियों को श्री गुरू नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के मोके पर मानवीय संवेदनाओं का हवाला देकर रिहा करने का निर्णय किया है, वही आंतकवाद का दंश झेलने वाले परिवारिक सदस्यों ने इसे दुर्भागयपूर्ण कहते हुए खालिस्तानी समर्थक और रेफरेंडम 20-20 का समर्थन देने वाला निर्णय कहा है।
पंजाब के मुख्यमंत्री केप्टन अमरेंद्र सिंह ने लुधियाना में दाखा उप चुनाव के लिए कैप्टन संदीप संधू के नामांकन प्रक्रिया के उपरंात मीडिया से इसी मुददे पर जवाब देते कहा कि केंद्र सरकार ने सजा माफी के लिए पंजाब में टाडा के अंतर्गत सजा काट रहे लोगोंं की लिस्ट मांगी तो उन्होंने 17 लोगोंं के नाम भेजे थे और कैदियों को रिहा करने संबंधी फैसला केंद्र सरकार ने अपने तौर पर ही लिया। उन्होंने बताया की राज्य सरकार की तरफ से केंद्र सरकार को सौंपी 17 कैदियों की सूची में राजोआना का नाम भी शामिल था क्योंकि वह भी टाडा के अधीन कैदी है जो बाकी कैदियों की तरह 14 साल से अधिक समय जेल काट चुका है।
उधर केंद्र सरकार द्वारा भाई बलवंत सिंह राजोआना की फांसी की सजा को उम्रकैद में बदलने के फैसले पर पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रधान सुनील जाखड़ ने जलालाबाद में केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधते कहा कि इस सरकार ने यह फैसला लेकर अकाली दल पर हमला बोला है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में भाजपा ने अकाली दल को बाहर निकाल दिया है और अब भाजपा पंजाब में अपने सियासी पैर लगाने के लिए जमीन तलाश रही है। जाखड़ ने कहा कि अगर भाजपा को पंजाब के वोट चाहिए तो वह पंजाबियों के साथ मजाक ना करके उन्हें नौकरियां दे।
इधर लुधियाना में सीएम ने कहा जिन लोगोंं की सजा माफ हुई है उस संबंधी उनके पास अभी केंद्र से कोई लिस्ट नहीं आई है। उन्होंने यह भी कहा कि बेअंत सिंह के हत्यारे या किसी अन्य विशेष कैदी को रिहा करने संबंधी केंद्र सरकार के फैसले में राज्य सरकार की कोई भूमिका नहीं है। उन्होंने कहा की यहां तक की राज्य सरकार को तो अभी तक नौ कैदियों के नामों की सूची भी हासिल नहीं हुयी जिनको केंद्रीय गृह मंत्रालय ने विशेष माफी देने का फैसला लिया है।
कैप्टन ने यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने 2012 में मौत की सजा विशेषकर फांसी की सजा के खिलाफ हैंं। आंतकियोंं की सजा माफी पर माहौल खराब होने की आशंका संबंधी पूछे सवाल पर कैप्टन ने कहा, मैं पुराना फौजी हांं सब नूंं ठीक कर दूंं।
टाडा कैदियों की रिहायी से पंजाब की अमन- शान्ति को खतरा खड़ा होने की रिपोर्टों संबंधी मुख्यमंत्री ने ऐलान किया की वह किसी को भी राज्य की शान्ति और सद्भावना को किसी कीमत पर भंग नहीं होने देंगे।
उन्होंने कहा कि एक पूर्व फौजी होने के नाते लोगों को भरोसा दिलाता हूं कि हम किसी भी चुनौती का मुकाबला करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं और किसी भी सूरत में पंजाब की शान्ति में विघ्न नहीं पडऩे देंगे। उन्होंने यह भी कहा की पाकिस्तान की तरफ से राज्य में हथियारों और आतंकवादियों की घुसपैठ करवा के बहुत संघर्षों के बाद हासिल की राज्य की शान्ति को भंग करने की कोशिशें की जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा की उनकी सरकार जरूरत के मुताबिक सुरक्षा और सख्त करने के लिए हर संभव कदम उठाएगी। कांग्रेस पर खालिस्तान को उभारने के लगाए गए दोषों को सिरे से रद्द करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि यह तो टिप्पणी करने के योग्य भी नहीं हैं।
मुख्यमंत्री, जो आज दाखा विधान सभा हलके से उप चुनाव के लिए पार्टी उम्मीदवार सन्दीप संधू के साथ नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए गए, ने पूरे भरोसे से कहा कि राज्य में चारों उप चुनावों में कांग्रेस पार्टी पूर्णत: जीत हासिल करेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी पूरी तरह एकमु_ है और पंजाब के लोग भी इसके साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा कि सभी चारों सीटों पर पार्टी के हक में माहौल होने की रिपोर्टें मिल रही हैं।
पत्रकारों के साथ अनौपचारिक बातचीत के दौरान हरसिमरत कौर द्वारा उनकी सरकार के विरुद्ध लगाए गये दोषों को रद्द करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि वह पूरी तरह न-काबिल मंत्री है और यदि वह नरेन्दर मोदी की जगह पर होते तो उन्होंने इसको बहुत समय पहले ही केंद्रीय मंत्री के पद से हटा देना था। जब मुख्यमंत्री को बिक्रम मजीठिया द्वारा लगाए गए दोषों संबंधी टिप्पणी करने के लिए कहा तो उन्होंने कहा हरसिमरत और उसका भाई दोनों अयोग्य और असमर्थ हैं।
शिरोमणि अकाली दल और भाजपा गठजोड़ के मध्य पंजाब में भी दरार डालने की खबरों संबंधी पूछे सवाल के जवाब में कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि इस संबंधी बादल और मोदी ही कोई टिप्पणी कर सकते हैं।
– सुनीलराय कामरेड