लुधियाना-अमृतसर : पंजाब के सीमावर्ती जिले अमृतसर में हिंदू संघर्ष सेना के नेता विपन शर्मा की हत्या को सिख आतंकवादियों के खाते में डालकर सूबे में फिरकू (साम्प्रदायिक) पत्ता खेलने की कोशिश कर रहे तथाकथित शिव सेना पंजाब के चेयरमैन सुधीर सूरी को पंजाब पुलिस ने दबोच कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया। उनके साथ सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष हरिदत्त शर्मा को भी पुलिस ने गिरफतार किया है। दोनों को गिरफतार करके पुलिस ने अदालत के निर्देशों उपरांत ज्यूडिशियल रिमांड पर पठानकोट की जेल में भेज दिया।
पंजाब पुलिस के मुताबिक सुधीर सुरी नामक शखस पिछले काफी लंबे वक्त के दौरान हिंदू समुदाय का स्वयंभू प्रधान बनकर सिखों के खिलाफ दुष्प्रचार कर रहा था। इसी आड में आतंकियों से अपनी जान काख्खतरा बताते हुए इसने पंजाब पुलिस से गनमैन भी हासिल कर लिये थे। जानकारी के अनुसार सुधीर सूरी ने सिखों के प्रति अभद्र भाषा का प्रयोग करके एक वीडियो सोशल मीडिया पर अपलोड किया।
जिसमें उसने पहले के मुकाबले अधिक हमलावर रूख अखितयार करते हुए अश्लील शब्दों का भी उपयोग किया और हिंदू नेता विपन शर्मा को आतंकियों द्वारा मारे जाने का आरोप लगाते हुए उसने सरकार को कटघरे में खडा करके सिख भाईचारे के खिलाफ भडकाउ ब्यानबाजी भी की। सेना के हरिदत्त शर्मा ने इसमें उसका साथ दिया। वीडियो के अपलोड करने की खबर के पश्चात सिख स्टूडेंट फैडरेशन मेहता के जिला प्रधान अमरवीर सिंह समेत सिख नौजवानों ने पुलिस प्रशासन को शिकायत की और पुलिस ने उपरी आदेशों उपरांत पहले सूरी को उसने घर में ही नजरबंद कर दिया था और फिर रामबाग पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज करके उन्हें गिरफतार कर लिया था।
इससे पहले भी जून घल्लुघारा दिवस के मौके पर सूरी द्वारा भडकाउ बयान दिये गए थे जिस कारण उसको पहले भी गिरफतार किया जा चुका है। परंतु कुछ देर पहले पुलिस द्वारा उसको जमानत दिये जाने के बाद रिहा हो गया था। अब तक उसके खिलाफ तीन मामले दर्ज है। फिलहाल पुलिस ने सुधीर सूरी और उसके साथी के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत गिरफतार करके 22 नवंबर तक अदालती हुक्मों पर पठानकोट जेल भेज दिया।
– सुनीलराय कामरेड