शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा है कि सांसद सुखदेव सिंह ढींडसा समेत सभी तथाकथित टकसाली नेता कांग्रेस के साथ मिलकर साजिश के तहत अपनी मां पार्टी की पीठ में छुरा घोप रहे हैं लेकिन ऐसे लोगों के नापाक इरादे पूरे नहीं होंगे।
तथाकथित अकालियों को ‘जाली’ करार देते हुए श्री बादल ने कहा कि यदि श्री ढींडसा का आज राजनीति में नाम है तो यह सिर्फ अकाली दल के कारण। श्री ढींडसा भूल गये हैं कि वो जो कुछ हैं केवल पार्टी कर बदौलत। जब पार्टी का मूल्य चुकाने का समय आया तो पार्टी के साथ गद्दारी शुरू कर दी। संगरूर में दो फरवरी को होने वाली अकाली दल की रैली ऐसे नेताओं को करारा जवाब देगी।
उन्होंने कहा कि श्री ढींडसा तथा सेवा सिंह सेखवां जैसे नेता अव्वल दर्जे के स्वार्थी हैं, जो खुद तथा अपने परिवार से उपर कभी नही सोच सकते। श्री ढींडसा पिछले तीस साल से चुनाव हारते आ रहे हैं। बार बार राज्यसभा के लिए नामजद किए जाने के बावजूद उन्हें संतोष नहीं हुआ तो उन्होंने अपने बेटे परमिंदर ढ़डसा को वित्तमंत्री बनवाया। पार्टी को ढ़डसा साहिब के दामाद तेजिंदर पाल को मोहाली से टिकट देने के लिए मजबूर किया गया।
उन्होंने कहा कि ये टकसाली नेता कांग्रेस के मोहरे हैं। ये सब मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के इशारे हो रहा है। उन्होंने परमजीत सिंह सरना तथा गुरुद्वारे के फंडों में दस करोड़ रूपए का गबन करके अदालतों में पेशी भुगत रहे मनजीत सिंह जीके इन नेताओं को हवा दे रहे हैं।
मुख्यमंत्री सोचते हैं कि वह अकाली दल से टकराने के लिए ऐसे नेताओं को आगे करके बहबलकलां के मुद्दे पर लोगों को मूर्ख बना सकते हैं, जिस तरह उसने पिछले समय बनाया था। इस बार कैप्टन सिंह कामयाब नहीं होंगे, क्योंकि लोगों ने महसूस कर लिया है कि दशमेश पिता के नाम पर झूठे वादे करके कैप्टन सिंह ने सबसे बड़ बेअदबी की है।
श्री बादल ने कहा कि यदि बहबलकलां पुलिस फायरिंग के मुख्य गवाह को मारने वाले कांग्रेसी नेता गुरप्रीत कांगड़ तथा कुशलदीप ढ़ल्लों के खिलाफ कार्रवाई न की गई तो पार्टी जिला स्तर पर धरने देगी।
पूर्व सरपंच सुरजीत सिंह की पत्नी बयान दे चुकी है कि उसके पति पर उन पुलिस अधिकारियों के खिलाफ गवाही न देने के लिए कांगड़ तथा कुशलदीप ढ़ल्लों ने दबाव डाला था, जिन्होने बहबलकलां में निर्दोष सिखों पर फायरिंग की थी।
श्री बादल ने कहा कि पार्टी सुरजीत सिंह के परिवार को कानूनी सहायता प्रदान करवायेगी तथा इस मामले की उच्च न्यायालय के जज से स्वतंत्र जांच करवाने के लिए आंदोलन जारी रखेगी।
इस अवसर पर जत्थेदार तोता सिंह, महेशइंदर सिंह ग्रेवाल,सिकंदर सिंह मलूका, गुलजार सिंह रणीके, मंतर बराड़ तथा परमबंस सिंह रोमाणा के अलावा भाजपा के दयाल सिंह सोढ़ तथा संजीव ग्रोवर ने भी सभा को संबोधित किया।