लुधियाना- बरनाला : दस साल की बच्ची को दौरे पड़ते थे। डॉक्टरों के इलाज से ठीक न होने पर माता-पिता बच्ची को एक तांत्रिक के पास ले गए। तांत्रिक ने बच्ची में भूत बताया और कहा कि इसी कारण उसे दौरे पड़ रहे हैं। भूत भगाने के लिए तांत्रिक और मां ने बच्ची को थप्पड़ों व घूसों से पीटा। भूत तो नहीं निकला उलटा बच्ची की तबीयत खराब हो गई।
इस दौरान माता-पिता बच्ची को बरनाला के अस्पताल लेकर गए, जहां उसके शरीर पर जख्म देख डॉक्टरों ने उससे इस बारे में पूछा। बच्ची ने बताया कि भूत भगाने के लिए उसे थप्पड़ और घूसे मारे गए हैं। उपचार के दौरान बच्ची की हालत खराब होने पर उसे बरनाला से पटियाला के राजिंदरा अस्पताल रेफर कर दिया गया।
संगरूर जिले के गांव किला हकीमां की 10 साल की हुसनप्रीत को दौरे पड़ते थे। बच्ची की मां हरबंस कौर उसे गांव छापा में बुद्धू बाबा नाम के तांत्रिक के पास ले गई। तांत्रिक ने बच्ची के भूत को भगाने के लिए मुक्के और थप्पड़ मारे। तांत्रिक के कहने पर मां ने भी बेटी की पिटाई की। जब बच्ची की तबीयत बिगड़ गई तो उसे सिविल अस्पताल बरनाला में भर्ती करवाया गया था। पिता जगसीर सिंह ने पुलिस को बताया कि डॉक्टरों के इलाज से ठीक न होने पर वे बेटी को तांत्रिक बाबा बुद्धू के पास ले गए थे। तांत्रिक व पत्नी ने भूत भगाने के लिए बच्ची को थप्पड़ व घूसे मारे थे।
पुलिस चौकी रणीके के केस इंचार्ज प्रदीप सिंह का कहना है कि बच्ची की हालत ठीक नहीं है। वह बयान देने की हालत में नहीं है। गांव की पंचायत ने पुलिस को बयान दिया है कि यह कोई बड़ा मामला नहीं है। फिलहाल पुलिस इसे मारपीट का मामला मानकर जांच कर रही है। तांत्रिक बुद्धू बाबा के बारे में भी जानकारी जुटाई जा रही है।
सिविल अस्पताल बरनाला के डॉ. राजिंदर का कहना है कि बच्ची की पीठ पर मारपीट के जख्म थे, जिन्हें देखने पर उन्होंने बच्ची से पूछा तो उसने बताया कि बाबा व उसकी मां ने पीटा है। अब हुसनप्रीत को दौरा पडऩे के कारण उसकी दिमागी हालत गंभीर थी, जिस कारण उसे राजिंदरा अस्पताल पटियाला रेफर कर दिया है।
– सुनीलराय कामरेड