लुधियाना- बरनाला : देश के अंदर दाखिल हुई चिटफंड कंपनियां गुजरे 15 साल के दौरान हजारों लोगों को ठगी का शिकार बना चुकी हैं। जिनके खिलाफ इंसाफ की आवाज नामक आर्गेनाइजेशन ने हल्ला बोल बैन्नर तले आवाज बुलंद की है। आर्गेनाइजेशन के राष्ट्रीय कन्वीनर महेंद्र पाल सिंह दानगढ़ ने यहां प्रेसवार्ता कर दाखिल हुई चिटफंड कंपनियों और उनसे पीड़ित हुए लोगों के लिए भारत सरकार व राज्य सरकारों को जिम्मेदार ठहराया है। उन्होंने बताया कि लोगों को इंसाफ दिलाने के लिए उनकी संस्था द्वारा दिल्ली के जंतर-मंतर पर अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरु की जाएगी। जो 26 अक्तूबर से लेकर 25 नवंबर तक महीनाभर जारी रहेगी।
चेतावनी दी कि उसके बाद भी सरकार ने चिटफंड कंपनियों के खिलाफ शिकंजा नहीं कसा तो वे करो या मरो की नीति को अपनाएंगे। 26 नवंबर को हल्ला बोल बैन्नर तले भारी जनसमूह के साथ भारत सरकार का घेराव किया जाएगा। उन्हें समर्थन देने के लिए भारतीय किसान यूनिअनों ने भरोसा दिया है।
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आर्गेनाइजेशन कन्वीनर दानगढ़ ने कहा कि देशभर में सैंकड़ों की संख्या में चिटफंड कंपनियां दाखिल हुई। जिनमें से अनेक चिटफंड कंपनियां लोगों को लूट कर फरार चुकी हैं और कई कंपनियां अभी भी काम कर रही हैं। इस मामले में जानकारी होने के बावजूद केंद्र सरकार और राज्य सरकारें हाथ पर हाथ रख कर बैठी हैं।
इस चिटफंड कंपनियों के खिलाफ लंबे समय से संघर्ष कर रही उनकी ऑर्गेनाइजेशन ने दिल्ली जंतर-मंतर पर अनिश्चित कालीन भूख हड़ताल शुरु करने का फैसला लिया है। जहां देश के कई राज्यों से चिटफंड कंपनी शिकार लोग तो बैठेंगे ही और साथ ही कई इंसाफ पसंद संगठनों ने भी साथ देने का वादा किया है।
उन्होंने बताया कि चिटफंड कंपनियों के संस्था द्वारा पहले भी जंतर-मंतर पर कई बार राष्ट्र स्तरीय धरने दिए गए, केंद्रीय खजाना मंत्री अरुण जेटली, कांग्रेस प्रधान राहुल गांधी के अलावा विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों से भी इस मुद्दे पर बात हो चुकी है। संसद को घेर कर पीड़ितों की आवाज सरकार तक पहुंचाने की कोशिश कर चुके है, लेकिन किसी सरकार किसी मंत्री पर कोई असर नहीं हुआ।
– सुनीलराय कामरेड