लुधियाना : देश में हरित क्रांति के जन नायक के तौर पर पहचाने जाने वाले पदम विभूषित- कृषि विज्ञानिक और पूर्व उपकुलपति डॉ खेम सिंह गिल को हजारों सजल आंखों की मोजूदगी में उनके परिवारिक सदस्यों समेत यार-दोसतों ने प्रतिष्ठित लोगों की मोजूदगी में अंतिम विदाई लुधियाना स्थित सिविल लाइन शमशान भूमि में अरदास के उपरांत दी।
इस दौरान मुखागिन उनके बेटे डॉ मनजीत सिंह कुक्की और डॉ बलजीत सिंह ने दी। इस अवसर पर उपस्थित अलग-अलग वक्ताओं ने डॉ खेम सिंह गिल की उपलब्धियों और उनके गुणों का व्याख्यान करते हुए श्रद्धांजलि दी।
दो दिन पहले सुबह साढ़े 3 बजे के करीब डा खेम सिंह गिल का निधन हो गया था और वह 89 वर्ष के थे । वह लुधियाना के किचलू नगर में रहते थे। यहां पर यह बता देें कि उनकी पत्नी तों पहले ही इस संसार को अलविदा कह गई थी। डा गिल के दो बेटे है। इनमें से एक बेटा रणजीत सिंह गिल उर्फ कुक्की जो पीएयू का स्टूडैंट्स रहा।
जिसने कांग्रेसी नेता अजय माकन की हत्या कर दी थी और इस मामले में कुक्की गिल को उम्र कैद की सजा हुई। देश के राष्ट्रपति ने डा खेम सिंह गिल की सेवायों व शख्सियत से प्रभावित होने के साथ ही कांगे्रसी नेता माकन के परिवारिक सदस्यों की तरफ से कोई विरोध ना करने पर रणजीत सिंह उर्फ कुक्की की सजा का माफ कर दिया था।
आज श्रद्धांजलि देने वालों में पूर्व सांसद सिमरजीत सिंह मान भी उपस्थित थे। पीएयू के उप कुलपति डा बलदेव सिंह ढिल्लों समेत समूह अधिकारीयों व स्टॉफ ने डा खेम सिंह गिल की प्राप्तियों को याद करते हुए उनको श्रदाजिल भेंट की। पीएयू एप्लाइज यूनियन के प्रधान बलदेव सिंह वालिया व महासचिव मनमोहन सिंह की अगवाई में भी शोक सभा का आयोजन करके डा खेम सिंह गिल के देहांत को कभी ना पूरा होने वाली कमी बताया।
पंजाबी साहित्य अकादमी के पूर्व प्रधान प्रोफैसर गुरभजन सिंह गिल, पीएसआईडीसी के चेयरमैन के के बावा, पुर्व मंत्री मलकीत सिंह दाखा,हरमिंदर सिंह गयासपुरा ,भाजपा के वरिष्ठ नेता सुखमिंदरपाल सिंह गरेवाल,आम आदमी पार्टी के रविंदरपाल सिंह पाली आदि ने भी देहांत पर दुख प्रकट किया । डा खेम सिंह गिल का आज यहां अंतिम संस्कार कर दिया गया। इस अवसर पर समाज के हर वर्ग के प्रतिनिधीयों ने डा खेम सिंह गिल को श्रदांजिल भेंट करते हुए कहा कि आज देश ने एक बड़ा वैज्ञानिक खो दिया है।
– सुनीलराय कामरेड