लुधियाना-अमृतसर : खतरनाक कोरोना वायरस के चलते आज राज्य सरकार ने पंजाब भर की जेलों में बंद हजारों कैदियों को 6 हफ्तों की पेरोल पर रिहा करने का ऐलान किया है। पंजाब के जेल मंत्री सुखजिंद्र सिंह रंधावा द्वारा इसकी घोषणा की गई थी और उसी के चलते अमृतसर की केंद्रीय जेल से 2500 कैदियों की रिहाई के आदेश हुए है, जिनमें बीती रात 61 के करीब कैदियों को 6 हफ्तों की पेरोल पर घर जाने की इजाजत दी गई थी, वही आज 140 के करीब कैदियों को 42 दिनों की पेरोल पर घरों की तरफ रवाना किया गया है।
जबकि बीती रात नाभा की नई जिला जिला से भी 37 कैदियों को रिहा किया जा चुका है। यह सभी अंडर ट्रायल कैदी है। जेल सुपरीटेंडेट गुरचररण सिंह धालीवाल ने बताया कि 45 कैदियों की उन्हें लिस्ट आई थी, जिनमें से 8 को कुछ तकनीकी कारणों के साथ नही रिहा किया गया। यह रिहाई भी 6 हफतों के लिए है।
उधर पंजाब सरकार द्वारा राज्य की जेलों से कैदियों की संख्या कम करने के लिए लिए गए फैसले के मुताबिक 64 कैदियों को 6 हफ्तों के लिए फिरोजपुर की केंद्रीय जेल से भी रात को ही रिहा किया गया। केंद्रीय जेल फिरोजपुर के सुपरीटेंड करणजीत सिंह संधू ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशों पर बनी उच्च स्तरीय तकनीकी कमेटी की सिफारिशों पर पंजाब की जेलों में बंद उन कैदियों और हवालातियों को रिहा किया जा रहा है, जिनकी सजा 7 साल से कम है।
उन्होंने कहा कि अदालत द्वारा केंद्रीय जेल फिरोजपुर से 94 ऐसे कैदी और हवालातियों की शिनाख्त की गई है, जिनकी सजा 7 साल से कम थी। जेल सुपरीटेंड के मुताबिक 18 कैदियों को 6 हफ्तों की पेरोल और 46 हवालातियों को 42 दिनों की अंतरिम बेल पर रिहा किया गया जबकि 30 कैदीयों और हवालातियों पर एक से अधिक केस दर्ज होने पर उनकी रिहाई पर रोक लगाई गई है।
– सुनीलराय कामरेड