इसके अलावा बच्चे के दादा ने उसकी मौत होने का दावा किया है। बच्चे के दादा रोही सिंह ने घटनास्थल पर मौजूद पत्रकारों से सवालिया लहजे में कहा, “जब उसकी मौत हो चुकी है तो फिर उसे अस्पताल क्यों ले जाया गया?” उन्होंने दावा किया कि बच्चे के शरीर पर गंभीर जख्म थे। बोरवेल से उसे रस्सी का इस्तेमाल कर निकाला गया। फतेहवीर के पिता सुखमिंदर सिंह ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
Very sad to hear about the tragic death of young Fatehveer. I pray that Waheguru grants his family the strength to bear this huge loss. Have sought reports from all DCs regarding any open bore well so that such terrible accidents can be prevented in the future.
— Capt.Amarinder Singh (@capt_amarinder) June 11, 2019
इस घटना से कुरूक्षेत्र में 2006 में गिरे बच्चे प्रिंस को बचाए जाने की घटना की याद ताजा हो गई। प्रिंस को करीब 48 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाल लिया गया था।