लुधियाना : पंजाब में बढ़ते प्रदूषण और प्रशासनिक लापरवाहियों के कारण गंदला हो रहे दरियाई पानी को संभालने के लिए नई योजनाओं का खाका तैयार करके पंजाब के कैबिनेट मंत्री ओपी सोनी आज औद्योगिक नगर लुधियाना पहुंंचे। लुधियाना के उद्योगपतियों, कारखानेदारों और प्रशासनिक अधिकारियों समेत नगर-निगम कर्मियों से मुलाकातों के उपरांत सर्कट हाउस में मीडिया से बातचीत करते हुए सोनी ने कहा कि लुधियाना के बुड्ढे नाले के प्रति विचार विमर्श कर कॉर्पोरेशन व पापुलेशन कंट्रोल बोर्ड के अधिकारियों के साथ योजनाओं के तहत जल्द से जल्द नई नीति बनाकर हल निकाल लिया जाएंगा।
पंजाब सरकार की ओर से राज्य के लोगों को शुद्ध हवा, पानी, भोजन और साफ वातावरण उपलब्ध करवाने के लिए शुरू किए गए ’मिशन तंदरुस्त पंजाब’ के तहत शहर लुधियाना के बुढडा नाला को साफ करने का लक्ष्य रखा गया है, जिसके प्रदूषित पानी से कथित तौर पर कई बीमारियां फैल रही हैं। इस नाले में प्रदूषित पानी डाले जाने का आरोप यहाँ की रंगाई से सम्बन्धित उद्योग पर लगता है। जिनके प्रतिनिधियों के साथ पंजाब सरकार के वातावरण, शिक्षा और स्वतंत्रता सेनानी भलाई विभागों के कैबिनेट मंत्री श्री ओ. पी. सोनी ने बैठक कर निर्देश दिए हैं कि वह उद्योग चलाने के लिए निर्धारित मापदंड दो महीनो में पूरे कर लें।
आज सर्किट हाऊस में विभिन्न रंगाई उद्योग और संगठनों के साथ बैठक करते हुए श्री सोनी ने कहा कि पंजाब सरकार उद्योग को राज्य के विकास की रीढ़ की हड्डी मानती है, जिसके चलते यहाँ के उद्योग को कभी भी बंद नहीं होने दिया जायेगा परन्तु उद्योग को चलाने के नाम पर वातावरण में प्रदूषण फैलाना और मानवीय सेहत के साथ खिलवाड़ भी किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। उन्होंने कहा कि उनके ध्यान में आया है कि रंगाई का काम करने वाले कई उद्योग में जल शोधक प्लांट ( वाटर ट्रीटमेंट प्लांट) नहीं लगे हुए, जिनके लगे भी हुए हैं, वह काम नहीं कर रहे हैं, नतीजन इन उद्योगों का भारी मात्रा में प्रदूषित पानी बूढ़ा नाले में जा रहा है, जो आगे जा कर लोगों की बीमारियों का कारण बनता है।
उन्होंने बैठक में उपस्थित पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड केे अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सभी उद्योगों की स्वयं जांच करें कि रंगाई इंडस्ट्री अपनी ईकाईयों को चलाने के लिए निर्धारित मापदंड पूरे करती हैं अथवा नहीं। यदि नहीं तो दो महीने बाद उनके खिलाफ बनती कार्यवाही आरंभ की जाये। ज्यादातर अधिकारियों की उद्योगपतियों के साथ मिलीभुगत जताई जा रही शंका पर श्री सोनी ने कहा कि जो अधिकारी अपनी डयूटी प्रति लापरवाही या अनदेखी करेगा, उसका तुरंत तबादला करने के साथ साथ उस खिलाफ सख्त विभागीय कार्यवाही की जाएगी। उन्होने उद्योगपतियों से भी अपील की है कि वह उद्योग में ईंधन के तौर पर ना जलाने योग्य सामग्री ( टायर, कूड़ा, कर्कट आदि) का प्रयोग ना करें, जिससे वातावरण में काली धूल और प्रदूषण फैलता है।
शहर में लग रहे तीन संयुक्त प्रदूषण शोधक प्लांटों ( सी. ई. टी. पी.) बारे उन्होंने स्पष्ट किया कि पंजाब सरकार इन प्लांटों को जल्द चलाने के लिए दृढ़ प्रयत्नशील है। इन प्रोजेक्टों के लिए पंजाब सरकार की तरफ से आवश्यक फंड पहले ही मुहैया करवा दिया गए हैं, जबकि केंद्र सरकार की तरफ से दी जाने वाली राशि की प्रक्रिया जारी है। पंजाब सरकार की तरफ से जारी राशि के साथ और उद्योग की तरफ से दिए जा रहे योगदान से इन प्लांटों का काम काफी हद तक मुकम्मल भी किया जा रहा है। इस मौके उन्होंने सी. ई. टी. पी लगाते समय की गई माइनिंग और मिट्टी की कथित हेराफेरी मामले की जांच करवाने के लिए समिति का गठन करने की भी घोषणा की है।
इस मौके पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए श्री सोनी ने कहा कि पंजाब सरकार की तरफ से प्रदेश के लोगों को अच्छी सेहत, आधुनिक शिक्षा और शुद्ध वातावरण देने को सबसे और ज्यादा प्राथमिकता दी जा रही है। उन्होंने कहा कि वे बतौर वातावरण मंत्री राज्य में हर तरह के प्रदूषण को कम करने के लिए प्रयत्न कर रहे हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि अगले 6 महीनों में सारी व्यवस्था को सुधारने में काफी सफलता मिलेगी।
इस दौरान कैबिनेट मंत्री ओपी सोनी ने कहा, जो पिछले लंबे समय से मुश्किल थी पोलूशन की बुड्ढे नाले ओर जो प्लेटेड पानी नाले में जा रहा है और जो कारपोरेशन का है चाहे इंडस्ट्री का है उसके संबंध में विचार विमर्श किया जा रहा है और कहा कि इसके हल के लिए वहां पर जाकर देखा जाएगा वही पिछली सरकार में मुहैया हुए फंडों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि अभी डेढ़ महीना हुआ है मुझे चार्ज संभाले इस बारे में मुझे किसी प्रकार की जानकारी नहीं है इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर कोई भी इंडस्ट्री वाला या कोई भी उस में गंदगी फेंकता है तो उसके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। पंजाब में धान की फसल लगाने पर किसानों पर हो रहे पर्चे पर उन्होंने कहा कि हमने किसानी को बचाना है लेकिन जो भी कोई अफसर गलत करेगा उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
– रीना अरोड़ा
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