डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को लेकर हर दिन नए खुलासे हो रहे है। डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की प्रेमिका हनीप्रीत के पूर्व पति विश्वास गुप्ता ने आज मीडिया के सामने आकर गुरमीत और हनीप्रीत के रिश्तों को लेकर बड़ा खुलासा किया है। विश्वास ने कहा कि किस तरह से कैसे उससे शादी कराने के बाद गुरमीत और राम रहीम में करीबी थी और किस तरह से दोनों के बीच रिश्ते थे।
विश्वास ने कहा कि उनके बीच हनीप्रीत और राम रहीम का बाप-बेटी का कोई रिश्ता नहीं था। विश्वास गुप्ता ने बताया कि हनीप्रीत का राम रहीम को अपना पिता बताना महज दिखावा था। उसने कहा कि हनीप्रीत उसकी गोद ली हुई बेटी भी नहीं है। उसने हनीप्रीत को गोद लेने के लिए कानूनी प्रक्रिया का पालन नहीं किया है। विश्वास ने बताया कि बाबा हर हफ्ते मुझे गुफा में बुलाता था। हनीप्रीत और राम रहीम की उम्र में केवल 13 साल का अंतर है। वह उसे अपनी मंझली बेटी बताता था, क्योंकि बाबा की बड़ी बेटी हनीप्रीत से बड़ी थी।
विश्वास ने कहा कि मेरा परिवार काफी समय से राम रहीम के समर्थक थे। राम रहीम ने ही मेरी हनीप्रीत से शादी करवाई थी। मुझे राम रहीम ने दामाद बताया था और हनीप्रीत को अपनी मंझली बेटी। हम जब डेरा जाते तो हनीप्रीत को डेरा की गुफा में ले जाया जाता था जबकि मुझे वहीं बाहर बैठा दिया जाता था। यह सिलसिला काफी समय तक चला। हनीप्रीत ने भी इस बारे में कुछ नहीं बताया।
उन्होंने कहा कि मेरा और राम रहीम का कमरा पास-पास ही था। एक रात जब मैं पानी पीने के लिए उठा तो मैंने राम रहीम के कमरे से कुछ आवाज सुनी। तभी मैं राम रहीम के कमरे के पास गया तो हाथ लगाते ही दरवाजा खुल गया। शायद भगवान ही मुझे उनकी सच्चाई दिखाना चाहता था। मैंने कमरे में देखा कि राम रहीम और हनीप्रीत आपत्तिजनक स्थिति में थे। यह सब मैं किसी को बयां भी नही कर पाया, क्योंकि मुझे लगा कि कोई मेरी बात पर विश्वास नही करेगा। कई सालों तक मैं खून का खूंट पीकर जीता रहा।
राम रहीम का परिवार और मेरा परिवार दोनों उस दिन शामिल था। अंत में हनीप्रीत और मुझे रोक लिया गया। मुझे राम रहीम ने कहा कि वो अपनी बेटी यानी कि हनीप्रीत के साथ एक रात साथ में ठहरना चाहता है। तो विश्वास ने मना नहीं किया इसलिए क्योंकि दोनों में बाप-बेटी का रिश्ता है। मगर उन्होंने दावा किया कि इस रिश्ते की आड़ में राम रहीम ने गलत संबंध स्थापित किये।
मेरा मुंह चुप करवाने के लिए मुझे सारी सुविधाएँ दे दी गई। उनका मकसद था कि दिखावे, सुविधा और पावर में चुप हो जाएगा। मगर मुझे भनक हो गई थी। विश्वास ने दावा किया कि गोद लेने की प्रक्रिया भी गैरकानूनी है। कानून का पालन नहीं किया गया।
विश्वास गुप्ता ने बताया कि डेरा में राम रहीम की इजाजत के बिना पत्ता भी नहीं हिलता था। हर चीज की जानकारी उसे होती थी। हालांकि शुरुआत में मुझे राम रहीम ने अपने दामाद बना लिया था, क्योंकि वह हनीप्रीत के साथ संबंध बनाना चाहता था। ऐसे में दामाद बनाने के बाद उन्होंने मुझे किराये का ड्डू बना दिया।
इस दौरान विश्वास ने बोला कि मैं अभी भी मीडिया के सामने जो बाते रख रहां हूं वो जान हथेली पर रखकर बोल रहा हूं। राम रहीम के समर्थक मेरे साथ कुछ भी कर सकते हैं। इससे पहले मेरे ऊपर राम रहीम की ओर से कई केस लगाए गए। मुझ पर दहेज का केस भी लगाया गया, जिसके चलते हमारा सब कुछ खत्म हो गए। डेरा ने मुझे और मेरे परिवार को धमकाते हुए मेरी सारी संपत्ति हड़प ली।
विश्वास बताया कि जब हम कभी बाहर जाते तो होटल में ऐसा रूम बुक किया जाता जिसमें अंदर से दोनों कमरों को जोड़ने वाला दरवाजा होता। जैसे ही हम कमरे में जाते, हनीप्रीत अंदर के दरवाजे से होते हुए राम रहीम के रूम में चली जाती और सारी रात वहीं रहती।
विश्वास ने आगे कहा कि बाबा राम रहीम ने अपनी गुफा में बिग बॉस की तरह सेट बना रखा था और हम 6 कपल्स थे जिन्हें गुफा में बारी-बारी से 28 दिन रुकना पड़ता था। राम रहीम ने मुझे किराए का टट्टू बना रखा था।
उसने कहा कि राम रहीम और हनीप्रीत के संबंधों का मुझे पता चलने पर बाबा की तरफ से मुझे धमकी दी गई। डेरे की तरफ से मुझे धमकी देकर मेरे संपत्ति ले ली गई।
राम रहीम ने विश्वास के खिलाफ एक दहेज, एक मानहानि और दो चैक बाउंस समेत पांच मुकदमें कराए। यही नहीं उसने विश्वास गुप्ता के पिता के खिलाफ भी दो मुकदमें करा दिए गए। जब कोई रास्ता नहीं बचा तो विश्वास के परिवार ने समझौते के लिए डेरे से संपर्क किया।
डेरे ने समझौते के तहत राम रहीम और हनीप्रीत के रिश्ते का आरोप वापस लेने की बात कही। फिर विश्वास के परिवार ने संगत के सामने डेरा और राम रहीम से माफी मांगी।