लुधियाना-अमृतसर : गुरू की नगरी अमृतसर स्थित राजासांसी के गांव अदलीवाल के निरंकारी भवन में सत्संग के दौरान हुए हमले के मामले में सनसनीखेज खुलासा हुआ है। सुरक्षा एजेंसियों और पंजाब पुलिस के संयुक्त अभियान के तहत इस मामले में पकड़ा गया मुख्य आरोपी विक्रमजीत सिंह का संबंध राजासंासी के ही गांव धारीवाल से है और इसका एक बड़ा भाई विदेश में रहता है।
उधर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने फटाफट बुलाए गए संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा कि अमृतसर के राजासंासी निरंकारी भवन में हुए ग्रेनेड हमले का मुख्य दोषी गिरफतार किया गया है। जिसका नाम विक्रमजीत सिंह है जबकि दूसरे आरोपी का नाम अवतार सिंह है। सीएम के मुताबिक हमले का मास्टर माइंड सरहद पार पाकिस्तान में बैठा आईएसआई के गुर्गे है। कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने इस दौरान उस हमले में प्रयोग किए गए ग्रेनेड भी दिखाएं और दोनों आरोपियों के फोटो भी जारी किए।
अमृतसर अटैक मामले में एक व्यक्ति गिरफ्तार : अमरिंदर सिंह
सूत्रों के मुताबिक रविवार को हुए इस हमले के पीछे हैप्पी पीएचडी के हाथ होने के पुख्ता सबूत मिले है और उसी ने ही इस हमले के लिए सीमावर्ती क्षेत्र के सिख युवकों को चुना था। हैप्पी पीएचडी हाल ही में पटियाला पुलिस द्वारा हथियारों समेत गिरफतार किए गए आतंकी शबनमदीप सिंह के संपर्क में भी था। स्मरण रहे कि हरमीत सिंह उर्फ पीएचडी उर्फ हैप्पी विदेश में रहता है और उसके खालिस्तानी समर्थकों समेत पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई से संपर्क बताए जा रहे है। हरमीत हैप्पी अमृतसर के छरहटे का रहने वाला है और एक क्रिमिनल केस में फंसे होने के कारण वह विदेश दौड़ गया था।
निरंकारी सत्संग भवन में ग्रेनेड हमले के दौरान 3 लोगों की मौत और 20 के करीब लोग जख्मी हुए थे। हालांकि पंजाब पुलिस ने आरोपियों के बारे में जानकारी देने वालों के लिए 50 लाख रूपए के इनाम देने की घोषणा कर रखी थी। मुख्यमंत्री कैन्टन अमरिंदर सिंह ने यहां कहा कि यह आतंकी हमला था और आइएसआइ ने केएलएफ (खालिस्तान लिब्रेशन फोर्स) के जरिए कराया था। यह ग्रेनेड हमला पंजाब के ही दो युवकों से कराया गया था। एक हमलावर को गिरफतार कर लिया गया है और दूसरे फरार हमलावर की तलाश की जा रही है। गिरफतार हमलावार से पूछताछ में अहम जानकारियां मिली हैं।
मुख्यमंत्री के मुताबिक सीआइए अमृतसर ने पकड़ा गया व्यक्ति धारीवाल गांव का रहने वाला है और दूसरा हमलावर अवतार सिंह को जल्द पकड़ लिए जाने का दावा किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ बहुत एक्टिव है और इस हमले में भी उसका हाथ है। हमले में इस्तेमाल किया गया हैंड ग्रैंनेड पाकिस्तान का था। पुलिस ने मोटरसाइकिल भी रिकवर कर लिया है। यह आंतकी हमला था और आइएसआइ के इशारे पर केएलएफ ने कराया था। केएलएफ का हरमीत सिंह लौहार में है और आइएसआइ उसका प्रयोग कर रही है।
अवतार सिंह चकमिस्रीखान लोपोके का रहने वाला है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ये दोनों ट्रेंड आतंकी नहीं है। इनको बम की लोकेशन बताया गया था। बम एक पेड़ के नीचे रखा गया था। निरंकारी भवन सॉफट टारगेट था। उन्होंने कहा कि पकड़ा गया युवक मोटरसाइकिल चलाने वाला था। ग्रेनेड अवतार ने फेंका था। इन दोनों का पहले से कोई आपराधिक पृष्ठभूमि नहीं थी। इसी कारण इनका इस्तेमाल किया गया। इन्होंने यह पहली वारदात की है। कैप्टन ने कहा, इन युवकों को कितना पैसा दिया गया। ये अभी जांच का विषय है।
– सुनीलराय कामरेड