लुधियाना- बरनाला : पंजाब के संगरूर इलाके के बरनाला कस्बे में आज एसडी कालेज प्रबंधकों द्वारा दलित भाईचारे से संबंधित चार विद्यार्थियों को सस्पेंड करने के मामले में आज सफाई सेवकों द्वारा पूर्ण तौर पर हड़ताल करते हुए कालेज के सभी मुख्य द्वारों पर गंदगी के ढेर लगा दिए। जिससे समस्त इलाके में स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। स्मरण रहे कि इस मामले में कालेज के गेट के आगे कई दिनों तक धरना चलता रहा है और एक आगु ने मरणव्रत भी रखा हुआ है।
जानकारी के मुताबिक चार विद्यार्थियों को निलंबित करने और 6 दिन तक सिविल व पुलिस प्रशासन द्वारा कोई सार नहीं लेने के बाद मरणव्रत पर बैठे धरनाकारियों ने गुस्से में आकर कालेज गेट के आगे गंदगी के कंटेनर पलटा दिए। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। स्थिती तनावग्रस्त होने के बाद प्रशास्निक अधिकारी भारी पुलिस बल समेत पहुंचे।
इससे पहले कि स्थिति टकराव में बदल जाती एसडीएम ने दोनों पक्षों की बैठक अपने कार्यालय में करने का आदेश दिया। जहां कालेज बचाओ संघर्ष कमेटी द्वारा रखे गए मुद्दों का कचूमर निकाल दिया। घटनास्थल पर प्रशास्निक अधिकारियों ने मरणव्रत पर बैठे युनाइटिड सिख पार्टी पंजाब के युवा नेता भाई परमजीत सिंह कैरे को यह कहकर कि सभी मांगें मान ली गई हैं, उसे जूस पिला धरना समाप्त करवा दिया।
पांचों मुद्दों का ऐसे निकाला कचूमर
एसडीएम के नेतृत्व में आयोजित हुई बैठक में केवल एक मुद्दे (एससी बच्चों की फीसें बिना शर्त माफ की जाए) पर सहमती हुई। बाकी मांगों में कालेज प्रबंध समिति के महासचिव व प्रिंसीपल के खिलाफ एससी/एसटी एक्ट के तहत कार्रवाई करने के किए फैसले में तुरंत आदेश देने की बजाय डीसी व एसएसपी द्वारा जांच करने को कह टाल दिया। कालेज कमेटी को भंग करने की बजाय मुद्दा बना दिया गया कि कमेटी में एससी/एसटी का नुमाइंदा शामिल किया जाए।
एसडी कालेज को सरकारी कालेज बनाने का मुद्दा हाई कमान को भेजने को कह मामला ठंडा कर दिया गया। पांचवा मुद्दा था कि कालेेज का पिछले 35 वर्षों का रिकार्ड सार्वजनिक करना था, जबकि उसकी जानकारी आरटीआई एक्ट-2005 के तहत प्राप्त करना कह मीटिंग खत्म कर दी गई। यहा बताना आवश्यक है कि शहर के अनेक समाजसेवियों द्वारा पिछले समय में निजी प्राप्र्टीयों के संबंध में आरटीआई एक्ट के तहत सूचना हासिल करने की कोशिश की जा चुकी हैं, जिन्हें आयोग द्वारा आज तक जानकारी मुहैया नहीं करवायी जा सकी।
धरना समाप्त लेकिन भाई कैरे असहमत :
जिला प्रशासन की ओर से तनाव को खत्म करने के लिए तैनात किए गए एसडीएम ने एसडी कालेज प्रबन्धक कमेटी को पूरी तरह से सुरक्षित कर दिया। कालेज बचाओ संघर्ष कमेटी के द्वारा पेश किए पांचों मुद्दों को कागजी कार्रवाई में डाल दिया। कालेज प्रबंध कमेटी के महासचिव व प्रिंसीपल के खिलाफ कानूनी तौर पर जो पहले दिन एससी/एसटी एक्ट के तहत मुकद्दमा दर्ज करना बनता था उसे आज भी ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।
युनाइटिड सिख पार्टी पंजाब के युवा नेता भाई परमजीत सिंह कैरे ने कहा है कि जिला प्रशासन ने संघर्ष कमेटी की आंखों में धूल झौंक शर्माएदारों की पीठ थपथपायी है। मिलीभगत से मुद्दों पर पानी फेर कर रख दिया है। भाई कैरे ने चेतावनी दी है यदि संघर्ष कमेटी द्वारा तैयार की पांच मांगें सही तौर पर नहीं मानी गई तो भविष्य में जिला प्रशासन व कालेज प्रशासन को गंभीर नतीजे भुगतने पड़ेंगे।