लुधियाना : पिछले दो साल के दौरान पंजाब में आधा दर्जन से अधिक हुई हिंदू नेताओं की हत्याओं के तार सरहद पार बैठे आईएसआई के आकाओं से जुड़ते जा रहे है, उनके मंसूबे सीमावर्ती राज्य पंजाब को एक बार फिर से सांप्रदायिक तनाव फैलाकर आतंकावाद की काली भट्ठी में झौंकना था। जिसे फिलहाल पंजाब पुलिस ने अपनी सूझबूझ के चलते नुकेल कसी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आतंक मौड्यूल को धवस्त करने में पंजाब की गुप्तचर एजेंसी व काउंटर इंटैलीजेसी समेत मोगा व सीमावर्ती जिले बटाला में तैनात पंजाब पुलिस के आला अधिकारियों ने अहम भूमिका निभाई है। इस टीम में पंजाब पुलिस के आईजी इंटैलीजेंस अमित प्रसाद, डीआईजी काउंटर इंटैलीजेंस रणवीर खटडा, एसएसपी मोगा रणजीत सिंह, एसएसपी बटाला उपिंदर घुममण, एसपी राजिंदर सिंह, एसपी दलजीत सिंह, डीएसपी सुलक्खन ङ्क्षसह और सरबजीत सिंह सीआईए मोगा समेत किक्कर सिंह व एएसआई हरिपाल शामिल थे।
पंजाब में अस्थिरता फैलाने के लिए आठ हिंदू नेताओं, जिनमें आरएसएस पंजाब प्रमुख जगदीश गगजेजा (6 अगस्त, 2016) , लुधियाना का पादरी सुल्तान मसीह (16 जून, 2016), खन्ना में शिव सेना नेता दुर्गा प्रसाद गुप्ता (23 अप्रैल, 2016), लुधियाना में ही हिंदू तखत का जिला प्रचारक अमित शर्मा (14 जनरवरी, 2017) जबकि अहमदगढ के गांव जगेडा में डेरा सच्चा सौदा के बाप बेटा प्रेमी सतपाल व रमेश की हत्या के अलावा कुछ दिन पहले 17 अक्टूबर को लुधियान में आरएसएस के शाखा प्रमुख रविंदर गोसाई की हत्या शामिल है, की हत्याओं के दोषियों में यूके का रहने वाला तीस साल का जगतार सिंह जौहल भी है। वह 2 अक्टूबर को भारत आया था और जिसने 17 अक्टूबर को जालंधर में बकायदा अपनी प्रेमिका से विधिपूर्वक गुरूद्वारा साहिब में रिश्तेदारों की मौजूदगी में शादी रचाई थी और शादी वाले दिन ही पंजाब पुलिस के आला अधिकारियों ने भारी विरोधता के बीच उसे गिरफतार किया था। जबकि लुधियाना के गांव मेहरबान से संबंधित कुखयात गैंगस्टर धमेंद्र गुगनी जोकि इन दिनों नाभा जेल में बंद है और पुलिस ने इसे जेल में हिरासत में लेकर पूछताछ की,को भी पुलिस ने नामजद किया है। जोकि इन हत्याओं में प्रयोग होने वाले हथियारों का सप्लायर था।
गुगनी ने इस हत्याओं में शार्प शूटर का नाम का खुलासा किया है लेकिन पुलिस ने अभी यह नाम उजागर नहीं किया है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार अप्रैल 2016 से लेकर अब तक हुई तमाम महत्वपूर्ण व्यक्तियों की हत्याओं में अहम भूमिका निभाने वाले हाथ पाकिस्तान के साबित हो रहे है। हालांकि खुफिया विभाग व पंजाब पुलिस केवल मौके की तलाश में थे और इन सभी हत्याओं का मास्टर माइंड हैप्पी जोकि काफी पढा लिखा है और इस वक्त सरहद पार बैठकर आईएसआई के प्रमुख समूह में इन दिनों वह पंजाब आपरेशन देख रहा है। सूत्रों का यह भी बताना था कि हैप्पी के संबंध खालिस्तान लिब्रेशन फोर्स (केएलएफ) व इंटरनेशनल सिख यूथ फैडरेशन के नेता लखबीर ङ्क्षसह रोडे से है और उसी ने पंजाब में हिंदू नेताओं के कत्ल की साजिश रचाई थी। जबकि आईएसआई के इशारे पर जगतार सिंह जगगी उर्फ जौहल इसी साल अप्रैल में पंजाब आया था और उसने यहां गैंगस्टरों को अपने साथ जोडा। शार्प शूटरों की मदद से धमेंद्र गुगनी ने इन्हें हथियार सप्लाई करवाये। इन हत्याओं का दूसरे माइंड जिम्मी सिंह को पालम हवाई अड्डे से गिरफतार किया गया था। जिम्मी भी गैर कानूनी तरीके से इंगलैंड में रह रहा था और वह इंगलैंड में काफी सक्रिय था। यह भी पता चला है कि जगतार सिंह जौहल उर्फ जगगी जालंधर के जंडियाला मंजकी का रहने वाला है। तथा बेरोजगार युवाओं को फंडिंग करके आतंकी लहर के साथ में भूमिका निभा रहा था।
हालांकि जगगी जौहल का जन्म विदेश में हुआ। वह भी पिछले एक दशक के दौरान विदेश में बैठे गर्म विचारधारा वाले लोगों से जुडा हुआ है। और उसने युवाओं को खालिस्तानी लहर से जुडने के लिए प्रेरित किया। फिलहाल, सीएम कैप्टन अमरेंद्र सिंह ने पंजाब पुलिस प्रमुख डायरेक्टर जनरल आफ पुलिस सुरेश अरोडा से प्राप्त इनपुट के आधार पर पंजाब में दहशत का पर्याय बने हुए इन हत्याकांडों के चार आरोपियों की गिरफतारी का खुलासा करते हुए कहा कि दबोचे गए आरोपियों से फिलहाल पूछताछ जारी है, और उपरोक्त आरोपियों को दबोचने की सफलता पंजाब पुलिस को मिली है और इसलिए वह बधाई के पात्र है।
– सुनीलराय कामरेड