लुधियाना-पटियाला : राष्ट्रीय सिख संगत के सूबा प्रधान रूलदा सिंह कत्ल मामले में आतंकी जगतार सिंह तारा और रमनदीप सिंह गोलडी को भारी पुलिस बल की मौजूदगी में पटियाला की मानयोग अदालत परमिंद्र पोल सिंह सिंगला की अदालत में पेश किया गया। जहां अदालत द्वारा मामले की अगली सुनवाई 16 अगस्त को होगी। यह जानकारी दोनों के वकील बरजिंद्र सिंह सोढी द्वारा दी गई है। इसके साथ ही उन्होंने मांग की है कि जगतार सिंह तारा और रमनदीप सिंह गोल्डी को पटियाला जेल में शिफट किया जाएं।
स्मरण रहे कि 2009 में पटियाला में राष्ट्रीय सिख संगत के प्रधान रूलदा सिंह का उनकी रिहायशी स्थल के बाहर कुछ अज्ञात हमलावरों ने गोलियां मारकर हत्या कर दी थी। इस हत्या के पश्चात लंबे समय तक पटियाला अदालत में चल रहे इस केस के दौरान अब तक अदालत 5 लोगो को बरी कर चुकी है जबकि इस केस में भाई जगतार सिंह तारा और रमनदीप सिंह गोलडी की सुनवाई अभी भी निरंतर चल रही है।
बेअंत सिंह हत्याकांड में भाई जगतार सिंह तारा को ‘ मौत ’ तक जेल में उम्रकैद की सजा के साथ मिला आर्थिक दंड
जगतार सिंह तारा को अदालत द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह कत्ल मामले में अदालत पहले ही दोषी करार दे चुकी है। पटियाला में चल रहे रूलदा सिंह कत्ल मामले में चंडीगढ़ पुलिस ने अदालत को बताया था कि वह सुरक्षा कारणों से तारा को पटियाला अदालत में पेश नहीं कर सकते। परंतु जगतार सिंह तारा के वकीलों द्वारा अदालत में कहा गया कि तारा को उसकी सुनवाई के लिए पटियाला अदालत में बुलाया जाएं। जिसके पश्चात पुलिस द्वारा भारी सुरक्षा बंदोबस्त के तहत जगतार सिंह तारा और गोलडी को परमिंद्र कौल सिंगला की अदालत में पेश किया गया। जगतार सिंह तारा के वकील बरजिंद्र सिंह सोडी ने बताया कि अदालत द्वारा सुनवाई के दौरान एएसआई जीत सिंह द्वारा आज अपनी गवाही दी गई और इस मामले की आगामी सुनवाई 16 अगस्त को रखी गई है।
उल्लेखनीय है कि पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री महरूम बेअंत सिंह की सिविल सचिवालय के सामने 31 अगस्त 1995 को बम धमाके में मौत हो गई थी। जगतार सिंह तारा ने यूटी के जिला सेशन जज को हस्तलिखित पत्र सौंप कर कबूल किया था कि मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के कत्ल के वक्त वह मानव बम दिलावर सिंह के साथ था। इससे पहले बलवंत सिंह रजोवाना भी बेअंत सिंह को कत्ल करने की जिम्मेदारी ले चुका है।
– सुनीलराय कामरेड