लुधियाना : पंजाब भर में लोहड़ी का उत्सव पूरे उत्साह औ धूमधाम के साथ मनाया गया। इस उत्सव में खानदान के वारिस बच्चों की लोहड़ी मनाते दिखे वहीं नवजन्मी बच्चियों की भी पहली लोहड़ी धूमधाम से मनाई गई। यह उत्सव नवविवाहितों के लिए खास माना जाता है। नवविवाहित जोड़ा इस दिन अग्नि में आहुति देते हुए उसके चारों ओर घूमता है और अपनी सुखी वैवाहिक जीवन की प्रार्थना करता है। लोग नई दुल्हन के लिए तोहफे ले जाते हैं और उसके अच्छे दांपत्य जीवन की कामना करते हैं।
उधर गुरू की नगरी अमृतसर में पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने समर्थकों समेत लोहड़ी के उत्सव पर पूरे उत्साह के साथ भंगड़ा डाला। इस दौरान गुरू नवजोत सिंह सिद्धू ने गुरू की नगरी में उड़ रही पतंगों के साथ पेच डाले तो पंजाब के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने फेसबुक के जरिए लोहड़ी के उत्सव को शेयर करते हुए बेटियों के साथ एक तस्वीर को सांझा किया और पंजाब वासियों को लोहड़ी की शुभकामनाएं दी। सुखबीर सिंह बादल ने अपने फेसबुक पर लिखा कि वह जो तस्वीर जारी कर रहे है, वह सिमरत की बेटियों (हरकीरत और गुरलीन) के साथ लोहड़ी मुहिम को प्रेरित है। उन्होंने लिखा कि पिछले ही हफते पुरानी तस्वीरें देखते-देखते अचानक यह तस्वीर उनके हाथ लगी, तो उन्हें महसूस हुआ कि बेटियों और पिता का रिश्ता एक अलग मोह के साथ बंधा होता है और मैं स्वयं को गुरू साहिब की कृपा के साथ नवाजा महसूस करता हूं कि वाहे गुरू ने मुझे एक नहीं दो अनमोल तोहफे दिए।
इधर लुधियाना समेत साथ लगते इलाके फिल्लौर, खन्ना, जगराओं, समराला और साहनेवाल समेत कई इलाकों में सुबह-सवेरे से ही ठिठुरती ठंड के बीच आई बो-काटा और रंग-बिरंगी पतंगों से आसमां भर गया। जैसे ही सूर्य देवता ने अपना गरमाहट दिखाई तो अधिकांश परिवारों की महिलाएं, बुुजुर्गो ने भी जहां धूप का आनंद लिया वही दिनभर सतरंगी और अलग-अलग आकृति वाली पतंगे उड़ान भरने को तैयार दिखी। लुधियाना में राष्ट्रीय चिन्ह अशोक चक्र वाली पतंगे तो कहीं बेटी बचाओं और बेटी पढ़ाओं मुहिम से जुड़े संदेशों वाली पतंगें भी आसमां में उड़ती दिखी। इसी बीच भाजपा ध्वज और मोदी की फोटो और अच्छे दिन के सलोगनों से लदी पतंगें भी दिखाई दी। हालांकि दूसरी तरफ पतंग और डोर को जीएसटी के दायरे में लाए जाने का असर भी दिखाई दिया।
पंजाब में पावन दिवस मकर सक्रांति से एक दिन पहले लोहड़ी उत्सव पर सबसे ज्यादा पतंगबाजी का लोगों को इंतजार रहता है। पंजाब में धिया दी लोहड़ी इस बार अधिकांश स्थानों पर दिखाई दी। लोगों ने भंगड़ा और बोलियों पर गिदा गाया। कई स्थानों पर भ्रूण हत्या पर संदेश भी दिए और समाज में लड़कियों पर हो रहे अत्याचारों पर रोक लगाने की अपील भी की। लुधियानवियों ने अपने-अपने घरों की छतों पर स्पीकर और डीजे बजाकर खूब आनंद उठाया वही देर शाम पंजाब भर में लोहड़ी जलाकर बड़े-बुजुर्गो ने वर्तमान पीढ़ी को लोहड़ी पर्व का महत्व बताते हुए रेवड़ी-गजक और मूंगफलियां बांटकर बधाई दी।
– रीना अरोड़ा
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